हनुमानताल के सिंधि कैम्प में चल रहीं थी नकली शहद बनाने की फैक्ट्री, पुलिस ने मारा छापा
हनुमानताल के सिंधि कैम्प में चल रहीं थी नकली शहद बनाने की फैक्ट्री, पुलिस ने मारा छापा
डिजिटल डेस्क जबलपुर। हनुमानताल थाना क्षेत्र स्थित सिंधि कैम्प चौधरी मोहल्ला के पास एक मकान में ओमकार ट्रेडिंग के नाम से संचालित होने वाले नकली शहद बनाने की फैक्ट्री पर पुलिस ने छापा मारा है। पुलिस ने कार्रवाई के दौरान करीब सवा सौ लीटर शीरा व शहद नष्ट कर नकली शहद की पैकिंग करने की मशीन व 15 ग्राम से 5 सौ ग्राम की करीब डेढ़ हजार शीशियां जब्त कर कारखाना संचालक ताराचंद अहिरवार को हिरासत में लिया गया है।
इस संबंध में गोहलपुर सीएसपी अखिलेश गौर ने बताया कि कालाबाजारी व मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई करने एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा के निर्देश पर अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के दौरान मुखबिर से सूचना मिली थी कि सिंधि कैम्प चौधरी मोहल्ला में रहने वाला ताराचंद अहिरवार अपने मकान में नकली शहद बनाने का कारोबार कर रहा है। वह श्री ओंकार हनी के नाम से शहद की ब्रांडिंग कर बाजार में बेचता है। उक्त सूचना के आधार पर खाद्य निरीक्षक विनोद धुर्वे की मौजूदगी में नकली शहद बनाने के कारखाने में छापा मारकर संचालक को हिरासत में लेते हुए धारा 420, 272, 273 एवं खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।
शीशियों में पैक था नकली शहद-
कार्रवाई के दौरान शीशियों में पैक करीब 25 लीटर नकली शहद, गंज में उबलता हुआ करीब 10 किलो शक्कर का शीरा, 500 ग्राम सौंफ एवं 100 ग्राम दालचीनी के अलावा शहद की पैकिंग की हुई 15 सौ शीशियाँ जब्त की गई हैं। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि शक्कर के शीरे में सौंफ व दालचीनी का पाउडर मिलाकर नकली शहद तैयार किया जाता था।
पैकिंग के लिए लगी थीं दो मशीनें-
कार्रवाई के दौरान पुलिस ने एक कमरे में लगी पैकिंग की दो मशीनें भी जब्त की हैं। वहीं बोरियों में भरकर रखी गई 5 सौ से अधिक खाली शीशियाँ भी बरामद हुईं। कार्रवाई में टीआई उमेश गोलानी व थाने की टीम मौजूद थी।
इनकी रही उल्लेखनीय भूमिका-
नकली शहद बनाकर शीशियों में पैक कर बाजार मे बेचने वाले आरोपी को पकडने मे नगर पुलिस अधीक्षक गोहलपुर अखिलेश गौर के नेतृत्व में थाना प्रभारी हनुमानताल उमेश गोल्हानी, चैकी प्रभारी प्रेमसागर प्रभाकर सिंह, उप निरीक्षक दिनेश गौतम, सहायक उप निरीक्षक अवधेश सिंह, प्रधान आरक्षक के.के. दुबे, आरक्षक रामजी पाण्डे, समरेन्द्र, जितेन्द्र, महेन्द्र बिस्ट, चंद्रभान, रामयश , प्रदीप तेकाम, सोैरभ तिवारी की सराहनीय भूमिका रही।