मसीही समाज में घर में सादगी के साथ मनाया गया ईस्टर पर्व, ऑनलाइन हुई प्रार्थनाएं
मसीही समाज में घर में सादगी के साथ मनाया गया ईस्टर पर्व, ऑनलाइन हुई प्रार्थनाएं
डिजिटल डेस्क जबलपुर। मसीही समाज के घरों में रविवार को ईस्टर पर्व सादगी के साथ मनाया गया। लॉकडाउन के चलते लोगों द्वारा घरों में कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसके साथ ही लोगों द्वारा चर्चों में हुई ऑनलाइन प्रार्थनाओं में सहभागिता दी गई। इसके साथ ही 40 दिनों से उपवास, व्रत कर रहे लोगों ने अपने व्रत का समापन किया। शहर के लोगों ने घरों पर ही ईस्टर पर्व पर मेल-मिलाप किया और बधाई दी। पास्टर जी स्टैनली सुकुमार ने बताया कि ईसाई धर्म में ईस्टर पर्व का क्रिसमस पर्व से भी अधिक महत्व है। गुड फ्राइडे के तीन दिन बाद प्रभु यीशु के पुन: जीवित होने की खुशी में पुनरुत्थान दिवस (ईस्टर संडे) के रुप में पर्व मनाया जाता है। शान कुमार ने बताया कि पर्व को सादगी के साथ घरों में ही मनाया गया।
ईसाई समुदाय के लोगों ने घरों में ही पर्व मनाया और दुनिया और देश में खुशहाली और कोरोना महामारी से बचाव के लिए प्रभु परमेश्वर से प्रार्थना की। लोगों ने एक-दूसरे को शुभकामनाएँ दीं। लॉकडाउन के चलते गिरजाघरों में आराधना नहीं की गई। इसके साथ ही लोगों ने लाइव प्रसारण के माध्यम से प्रवचनों को सुना और प्रभु यीशु के जीवन की खुशियों को बाँटा। जबलपुर डायसिस के विशप जेराल्ड अलमेडा, सीएनआई मॉडरेटर बिशप राइट रेवरेंट डॉ. पीसी सिंह, कैथलिक एसोसिएशन, जबलपुर पास्टर फेलोशिप, मसीह सेवक समिति सर्व ईसाई महासंघ, एंग्लो इंडियन एसोसिएशन, लोक धर्म आयोग, छोटा नागपुर आदिवासी समिति, वेलांगनी माता सेवा समिति आदि ने एक दूसरे को बधाई दी। क्रिश्चियन कॉलोनी कटंगा के निवासियों ने फलों का वितरण किया। कार्यक्रम में रॉबर्ट फ्रांसिस, नेल्सन चाल्र्स, जॉन डेविड, सतीशमणि, मनोज एंथोनी, डॉ. भावना शर्मा, अवनी शर्मा, हेमंत शर्मा, सिमोन फ्रांसिस आदि का सहयोग रहा।