जमीनी विवाद के चलते घर पर 32 घंटे पड़ा रहा बुजुर्ग का शव, प्रशासन के दखल के बाद दीवार लांघकर निकाला गया शव
बालाघाट जमीनी विवाद के चलते घर पर 32 घंटे पड़ा रहा बुजुर्ग का शव, प्रशासन के दखल के बाद दीवार लांघकर निकाला गया शव
डिजिटल डेस्क, बालाघाट।जमीनी विवाद के चलते एक बुजुर्ग के शव को अंतिम संस्कार कराने ले जाने के लिए रास्ता नहीं देने का विवाद प्रशासन के दखल के बाद सुलझ पाया है। कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद शव को शुक्रवार को 32 घंटे बाद दीवार लांघकर बाहर निकलवाया गया और अंतिम संस्कार कराया गया। दरअसल, पूरा मामला जमीनी विवाद का है, जो रास्ता नहीं होने के कारण सामने आया था। शहर के वार्ड क्रमांक-८ में रहने वाले बुजुर्ग भाऊराव अमूलकर की 31 मार्च को सुबह 6 बजे मौत हो गई थी, लेकिन उनका जहां पर निवास था, उसके दोनों ओर आने-जाने के लिए कोई रास्ता नहीं था। पड़ोसी ने अपनी जमीन बताकर बाउंड्रीवॉल तान दी है। मृतक के परिवार के साथ पड़ोसी का जमीनी विवाद का मामला 10 से 15 सालों से न्यायालय में लंबित है। एक अन्य पड़ोसी जिसके घर से आना-जाना हो रहा था, उन्होंने शव को अपने घर के भीतर से निकालने से इंकार कर दिया। तब बाउंड्रीवॉल को तोडऩे की मांग कर रास्ता देने की गुहार प्रशासन से लगाते हुए मृतक के परिजन पुलिस और कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे।
प्रशासन ने निकाला दूसरा रास्ता
तहसीलदार रामबाबू देवांगन ने बताया कि मामले का घंटों बाद भी हल न निकलने तथा मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मृतक के निवास पहुंचे थे। अधिकारियों ने दीवार लांघकर शव बाहर निकालने का सुझाव दिया, जिस पर परिजनों की सहमति नहीं बन पाई। अंत में सख्ती के बाद उक्त सुझाव पर अमल कराते हुए बुजुर्ग के शव को शुक्रवार को दीवार लांघकर बाहर निकलवाया गया।