उज्जैन: सभी डीपीसी छात्रों को पाठ्यपुस्तकें वितरित करें - संभागायुक्त आनन्द कुमार शर्मा
उज्जैन: सभी डीपीसी छात्रों को पाठ्यपुस्तकें वितरित करें - संभागायुक्त आनन्द कुमार शर्मा
डिजिटल डेस्क, उज्जैन। उज्जैन संभागायुक्त श्री आनन्द कुमार शर्मा ने मंगलवार को लोकशिक्षण, आदिवासी विकास विभाग, कौशल विकास एवं आयुष विभाग की संभागीय समीक्षा बैठक ली। बैठक में उन्होंने कक्षा 9वी से कक्षा 12वी तक के छात्र-छात्राओं की स्कूलों में उपस्थिति की जानकारी ली तथा निर्देश दिये कि सभी डीपीसी पाठ्यपुस्तकों का छात्रों के बीच शत-प्रतिशत वितरण करें। यदि कोई छात्र स्कूल नहीं आ रहा है तो घर-घर जाकर पाठ्यपुस्तकों का वितरण किया जाये। संभागायुक्त ने कहा कि वे अपने भ्रमण के दौरान यह देखेंगे कि छात्र-छात्राओं को पाठ्यपुस्तकें प्राप्त हो चुकी है कि नहीं। यदि डीपीसी इस कार्य में लापरवाही बरतेंगे तो सभी डीपीसी के विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने छात्र-छात्राओं के इनरोलमेंट नम्बर प्रदाय के कार्य में लापरवाही बरतने पर एवं अन्य जिलों से पीछे रहने पर आगर-मालवा के डीपीसी को कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश दिये। बताया गया कि सभी जिलों में लगभग 90 प्रतिशत छात्र-छात्राओं को इनरोलमेंट नम्बर का वितरण कर दिया गया है। बैठक में उप संचालक शिक्षा श्रीमती जयश्री पिल्लई ने बताया कि छात्रवृत्ति के कई खाते बन्द हो चुके हैं। उन्हें फिर से चालू करवाया जा रहा है, ताकि छात्रवृत्ति की राशि खातों में जमा की जा सके। उन्होंने बताया कि जिले में 5485 बच्चों को लेपटॉप वितरित किये जायेंगे। संभागायुक्त ने कहा कि सभी पात्र विद्यार्थियों को लेपटॉप मिले, यह सुनिश्चित किया जाये। संभागायुक्त ने समीक्षा के दौरान पाया कि ‘अपना घर अपना विद्यालय’ के तहत कक्षा एक से कक्षा 8वी तक में अध्ययनरत बच्चों, जिन्हें टीवी, रेडियो एवं वॉट्सअप के माध्यम से शैक्षणिक कोर्स पढ़ाये जा रहे थे, उनमें मंदसौर की स्थिति ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि मंदसौर के डीईओ टीवी, रेडियो एवं वॉट्सअप के माध्यम से बच्चों को जोड़ना सुनिश्चित करें। जनजातीय विभाग की समीक्षा करते हुए संभागायुक्त ने निर्देश दिये कि जिला सतर्कता समिति की बैठक एवं उपखण्ड स्तरीय समिति की बैठक नियमित रूप से की जाये। छात्रवृत्ति, आवास भत्ता, आवास सहायता के प्रकरण तत्परता से निराकृत किये जायें। उन्होंने अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति बस्ती विकास के लिये आये हुए बजट की समीक्षा की तथा पाया कि रतलाम एवं उज्जैन जिले ने उक्त राशि सरेंडर कर दी है। संभागायुक्त ने संयुक्त संचालक को निर्देश दिये कि वे इसका कारण का पता लगायें। संभागायुक्त श्री शर्मा ने कौशल विकास के संयुक्त संचालक को निर्देश दिये कि वे पंचायतवार आईआईटी की ट्रेनिंग प्राप्त युवकों को चिन्हित करें, ताकि गांव में उनसे फीटर या इलेक्ट्रॉनिक्स के कार्य कराये जा सकें। उन्होंने आयुष विभाग की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि आयुष विभाग अपनी डिस्पेंसरी पुन: चालू करे, ताकि मरीज लाभान्वित हो सकें। उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते आम जनता पुन: आयुर्वेद की ओर लौट रही है। ऐसे समय में आयुष विभाग लोगों की मदद करे। बैठक में सभी सम्बन्धित अधिकारीगण मौजूद थे।