डीजल खर्च का हिसाब देने में डीईओ आफिस को छूट रहा पसीना
डीजल खर्च का हिसाब देने में डीईओ आफिस को छूट रहा पसीना
डिजिटल डेस्क सीधी। जिला शिक्षा अधिकारी के पद पर नवल सिंह के कार्यकाल के दौरान डीजल पर कितना व्यय हुआ की आरटीआई से जानकारी मांगे जाने पर विभाग को पसीना छूट रहा है। अनाडिट मद से बेहिसाब खर्चे की जानकारी देने में विभाग आना-कानी कर रहा है।
जानकारी के मुताबिक भाजपा नेता व सामाजिक कार्यकर्ता शत्रुघ्न तिवारी ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में सूचना के अधिकार के तहत डीजल व्यय की जानकारी मांगी है। जिला शिक्षा अधिकारी के पद पर जब से नवल सिंह पदस्थ हुए हैं तब से लेकर अभी तक में विभाग ने दौरो के नाम पर कितना डीजल व्यय किया यह जानने के लिए आरटीआई लगाया है। बताया जाता है कि आरटीआई के बाद विभाग के पसीने छूटने लगे हैं। कारण यह कि पूर्व पंचायत मंत्री के कार्यकाल के समय विभाग ने अंधाधुंध डीजल का व्यय किया है। डीजल और भाड़ा पर करीब साढ़े चार लाख से ऊपर की राशि अनाडिट मद से व्यय की जा चुकी है। विभाग में वाहनों के लागबुक उपलब्ध नहीं हैं इस कारण और भी समस्या हो रही है। बता दें कि खेल और रेडक्रास के नाम पर शिक्षा विभाग में जमा होने वाली राशि की आडिट नहीं होती है। इसीलिए विभागीय अधिकारी और कर्मचारी अनाडिट मद की राशि को फिजूल में खर्च करते रहते हैं। अब जबकि भाजपा नेता ने सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी है तब विभाग को समस्या होने लगी है।