मौसम बदलने से सर्दी-बुखार के साथ बढ़े खांसी के मरीज
मौसम बदलने से सर्दी-बुखार के साथ बढ़े खांसी के मरीज
दिन में तेज धूप और रात सर्द होने की वजह से लोगों में वायरल इन्फेक्शन का असर
डिजिटल डेस्क सीधी।दिन में तेज धूप और रात सर्द होने की वजह से लोग वायरल इंफेक्शन से पीडि़त होने लगे हैं। तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण बुखार, सर्दी-जुकाम और खांसी के मरीज बढ़ गये हैं। जिन लोगों की इम्यूनिटी कम होती है उन्हें सर्दी होने पर वह खांसी की चपेट में आ रहे हैं। गर्म और शर्द के कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने से यह समस्या लोगों को झेलनी पड़ रही है। जिला अस्पताल में सर्दी, बुखार व खांसी के मरीज 40 प्रतिशत बढ़ गये हैं।
बदलते मौसम में थोड़ी सी लापरवाही से लोग मुसीबत में पड़ रहे हैं क्योंकि पिछले कुछ दिनों से मौसम में तेजी से बदलाव हो रहा है और इसके चलते सबसे ज्यादा लोगों में सर्दी, खांसी और बुखार की शिकायतें मिल रही हैं। डॉक्टरों का मानना है कि दिन में तेज धूप, शाम में सिहरन और रात में ठंड के चलते तापमान में तेजी से आ रहे उतार-चढ़ाव की वजह से ऐसी स्थिति बन रही है। जिसके चलते सर्दी, खांसी, बुखार के मरीज बढ़े हैं। खासकर अस्थमा और पेट के रोगियों को ज्यादा परेशानी जा रही है। जिला अस्पताल के ओपीडी कक्ष में पिछले एक सप्ताह में मरीजों की संख्या में 40 से 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो रही है। ओपीडी में सबसे अधिक सर्दी और जुखाम के मरीज आ रहे हैं। इनमें सर्दी और जुखाम के मरीजों की संख्या है। जिला अस्पताल के मेडिकल आफिसर डा केपी गुप्ता ने बताया कि इस सीजन में सबसे ज्यादा वायरल होता है नाक से वायरस प्रवेश करता है और शरीर में पहुंच जाता है। यह मौसम उसके लिए ठीक होता है। इस दौरान वायरस से बचने के लिए शरीर का तापमान बनाए रखने की जरुरत होती है। इस सीजन में व्यक्ति शरीर में पानी की मात्रा कम न करें भाप लेते रहें और गर्म कुनकुना पानी पिएं। जिससे कुछ हद तक राहत मिल सकती है। चिकित्सक के अनुसार 15 दिन पहले तक वायरल इन्फेक्शन से गले में आवाज बैठने की तकलीफ ज्यादा रही। अब मौसम बदलने से खांसी के मरीज बढ़ गए है। ओपीडी में प्रतिदिन पहुंच रहे मरीजों में ज्यादातर सर्दी-खांसी एवं वायरल फीवर से पीडि़त होते हैं।
वायरल इन्फेक्शन होने पर बरतें सावधानी
मौसम में परिवर्तन से वायरल इन्फेक्शन होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सर्दी-जुकाम, बुखार के साथ खांसी की तकलीफ बढ़ी है। बच्चे व बुजुर्गों की इम्युनिटी कम होती है वे बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। इस संबंध में जिला अस्पताल के अधीक्षक डा. एसबी खरे ने कहा कि इंफेक्शन से पीडि़त लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए। उन्होंने कहा कि डॉक्टर के परामर्श के अनुसार दवाइयां ले।ं सर्दी-जुकाम होने पर घर में रहें, पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं, विटामिन सी वाले फल खाएं जिससे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे।
पारा उछलने से सर्दी का असर हुआ कम
हवा की दिशा बदलने का असर निश्चित ही मौसम पर पड़ा है। रविवार को तेज धूप के कारण दिन और रात के तापमान में 2.2 डिग्री वृद्धि दर्ज की गई। इसके प्रभाव से सोमवार को सर्दी कुछ कम होने की सम्भावना है। मौसम विज्ञान के अनुसार पिछले कुछ दिनों से पश्चिमी विक्षोभ का असर शुरू हो गया है। मौसम में भी परिवर्तन हो रहा है। हर रोज तापमान में बढ़ोत्तरी हो रही है। सुबह की आद्र्रता 75 और शाम की आद्र्रता 44 प्रतिशत रही। पिछले दो दिनों से अधिकतम तापमान तीन डिग्री उछला है। इससे न्यूनतम तापमान भी बढ़ेगा और सर्दी कम होगी।