स्वास्थ्य विभाग की परीक्षा रद्द होने से विद्यािर्थयों में गुस्सा

चंद्रपुर स्वास्थ्य विभाग की परीक्षा रद्द होने से विद्यािर्थयों में गुस्सा

Bhaskar Hindi
Update: 2021-09-26 12:34 GMT
स्वास्थ्य विभाग की परीक्षा रद्द होने से विद्यािर्थयों में गुस्सा

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। महाराष्ट्र राज्य सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग द्वारा गट क व ड के 6205 से अधिक पदों के लिए शनिवार और रविवार को परीक्षाओं का आयोजन किया गया था।  लेकिन  हॉल टिकट व परीक्षा नियोजन का बंदोबस्त समय पर न किए जाने के कारण परीक्षाओं को समय पर रद्द कर दिया गया, जिस कारण कई परीक्षार्थियों तक इसकी जानकारी ही नहीं पहुंच पाई। सुबह जब परीक्षार्थी परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे तो परीक्षा रद्द होने की सूचना मिली। संतप्त  विद्यार्थियों ने सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त किया।  चंद्रपुर में परीक्षा रद्द किए जाने से  इसके लिए जिम्मेदार कौन ऐसा सवाल आम आदम पार्टी ने उपस्थित कर जटपुरा गेट परिसर में निषेध किया। आम आदमी पार्टी युवा आघाड़ी ने कुछ मांगे भी रखी हैं। स्वास्थ्य भर्ती परीक्षा  देनेवाले 8 लाख विद्यार्थी को परेशान न करें, परीक्षा में बाहर गांव से आए िवद्यार्थियों को खर्च वापस करें, परीक्षा 15 दिन के अंदर उचित नियोजन कर ली जाए, आगे की परीक्षा का आने-जाने का खर्च सरकार  उठाए, स्वास्थ्य विभाग का धांधलीपूर्ण कामकाज तत्काल रोककर 

स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे इस्तीफा  दें। निषेध प्रदर्शन में आप के सुनील मुसले, मयूर राईकवार, राजेश चेडगुलवार, सुनील  भोयर, भिवराज सोनी संतोष दोरखंडे, योगेश आपटे, राजू कुडे,सीकंदर सागोरे, अजय डुकरे, चंदू माडुरवार, मुकेश वरारकर, वामनराव नंदूरकर, मधुकरराव साखरकर, देवकी देशकर, निखील बारसागडे, अमोल बलकी, दिलीप तेलंग, सुजित चेडगुलवार, अश्रफ भाई आदि उपस्थित थे।

विद्यार्थियों को गुमराह करनेवाले मंत्री पर अपराध दर्ज करें : होली 

गड़चिरोली में राज्य के स्वास्थ्य विभाग के  क व ड संवर्ग की परीक्षा 25 और 26 सितंबर को तय   की गयी थी। इसके अनुसार विद्यार्थी मिले उस साधन से अपने परीक्षा केंद्र पर पहुंचे लेकिन  अचानक शुक्रवार की रात परीक्षा रद्द किए जाने की घोषणा  स्वास्थ्य मंत्री ने की जोकि  विद्यार्थियों को गुमराह करने वाली बात है। 
ऐसे स्वास्थ्य मंत्री पर 420 का अपराध दर्ज करने की मांग विधायक डा. देवराव होली ने की है।  परीक्षा रद्द करने से जिले के सैकड़ों उम्मीदवारों ने भी सरकार की इस कार्यप्रणाली पर रोष व्यक्त किया है। गड़चिरोली जिले के अतिदुर्गम सिरोंचा, भामरागड़, अहेरी, धानोरा  इस क्षेत्र के विद्यार्थियों को पुणे, मुंबई, नागपुर समेत दूसरे राज्य के बड़े शहरों में परीक्षा केंद्र दिए गए। इसके अनुसार दो दिन पूर्व ही परीक्षा देने के लिए विद्यार्थी परीक्षा केंद्र पर गए थे लेकिन  राज्य सरकार ने अचानक परीक्षा रद्द की। इससे इन विद्यार्थियों ने खर्च किए पैसे सरकार दें व इसके आगे परीक्षा लेते समय  प्रत्येक जिले में परीक्षा केंद्र दिया जाए ऐसी मांग भी विधायक डा. होली ने की है।

स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ मामला दर्ज करें : अभाविप

किसी भी पूर्व सूचना न देते हुए राज्य सरकार ने अचानक स्वास्थ्य विभाग की  परीक्षा रद्द कर दी। इससे साबित होता है कि  सरकार को बेरोजगार युवाओं से काेई लेना-देना नहीं है, जिससे स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ अपराध दर्ज  करने की मांग को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने  इंदिरा गांधी चौक में आंदोलन कर घटना का निषेध किया। इस समय विदर्भ प्रदेश सहमंत्री अभिषेक देवर, जिला संयोजक अंकुश कुनघाडकर, विभाग संगठन मंत्री शक्ति केराम, नगर मंत्री जयेश ठाकरे, नगर सहमंत्री तुषार चुधरी, हीरालाल नूरूती, अनिल पोटे, राजू गाईन, मयूर खेवले आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।

 

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