सीमायें हुई सील, पैदल आने वालों पर रखी जा रही नजर
सीमायें हुई सील, पैदल आने वालों पर रखी जा रही नजर
डिजिटल डेस्क सीधी। कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर किये गये देशव्यापी लाकडाउन के बाद भी दूसरे राज्यों और जिलों में रह रहे लोगों के भारी संख्या में जारी आने के क्रम पर रोंक लगाने प्रशासन ने जिले की सीमायें लाक कर दी हैें। इसके साथ ही रीवा के प्रशासनिक अधिकारियों से भी कलेक्टर ने बाहर से आने वालों को वहीं रोक लेने की बात कही है।
उल्लेखनीय है कि लाकडाउन के बाद बिहार, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़ में काम करने वाले श्रमिक भारी संख्या में अपने गृह ग्राम लौटने लगे हैें। वाहन न मिलने पर कोई ट्रकों में भरकर पहुंच रहा है तो कोई पैदल ही निकल पड़ा है। खाने-पीने के समस्या का रोना रोने वाले श्रमिक दोगुनी, चौगुनी कीमत देकर ट्रकों व दूसरे वाहनों से पहुंच रहे हैं। जिले के भीतर अभी तक स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में बनी हुई है। जिन लोगों को संदेह के आधार पर परीक्षण कराया गया है उनके परिणाम अभी तक निगेटिव ही आये हैं। लेकिन जिस तरह से लोगों की भीड़ बाहर से आ रही है उससे तो खतरे का अंदेशा बढ़ गया है। दरअसल में अधिकांश को पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी रोककर जांच तो करा लेते हैं और उन्हें क्वारेंटाईन कर देते हैं पर जो चोरी छिपे पैदल चलकर गांव पहुंच रहे हैं ऐसे लोगों की देर से ही जानकारी मिल पाती है। हालांकि जिला प्रशासन ने पंचायत सचिवों सहित अन्य मैदानी अमले को सूचना देने, दूसरी व्यवस्था बनाने लगा रखा है पर इसके बाद भी यह डर तो बना ही हेै कि यदि कहीं कोई संक्रमित हुआ और कई लोगों के संपर्क में आ गया तो स्थिति को संभालना सरल नहीं होगा। इसीलिये सीमाओं को सील कर दिया गया है ताकि जो जहां है उसे वहीं रोंककर परीक्षण आदि कर लिया जाय। बताया जाता है कि जिले में अधिकांश लोग मोहनिया, बदवार मार्ग से पैदल चलकर जिले में पहुंच रहे हैं। पैदल चलने वाले चेकपोस्ट को भी धता बता रहे हैं। खतरा ऐसे ही लोगों से बना हुआ है। इसीलिये कलेक्टर रवीन्द्र चौधरी ने रीवा कलेक्टर और स्थानीय एसडीएम से बात कर पैदल आ रहे लोगों को वहीं रोंकने की अपील की है।
छात्रावासों का किया निरीक्षण
लाकडाउन के दौरान अन्य जिलों और प्रदेशों से जो लोग अपने-अपने घर जाने के लिए सीधी जिले में प्रवेश कर गये थें उनको कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी के निर्देशन में आदिवासी विभाग ने जिले भर के छात्रावासों में ठहराने एवं भोजन की व्यवस्था बना रखी हैं। आज बुघवार को कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी एवं पुलिस अधीक्षक आर एस वेलवंशी, केके पाण्डेय सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग के द्वारा शहर के विभिन्न छात्रावासों का औचक निरीक्षण कर छात्रावासों में रूके बाहरी लोगों से मुलाकात की और ठहरने एवं भोजन की व्यवस्था का अवलोकन किया। कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि छात्रावासों में ठहरे व्यक्यिों को वेहतर सुविधा मुहैया कराई जाये और उन्हें ठहरने एवं भोजन आदि की कोई समस्या न हों। ज्ञात हो कि बाहर से आने वाले लोगों को भोजन नाश्ता मुहैया कराने के लिये व्यापारी संघ, सिंधी समाज सहित अन्य लोग जुटे हुये हैं। समाजसेवियों के आगे आने के कारण ही प्रशासन को भी व्यवस्था बनाने में काफी सहूलियत हो रही है।