कूलिंग टावर की जाली में छठें दिन फंसा मिला लापता संविदा कर्मी का शव
कूलिंग टावर की जाली में छठें दिन फंसा मिला लापता संविदा कर्मी का शव
-मृतक के भाइयों ने लगाया हत्याकर शव को फेंके जाने का आरोप
-विभिन्न पार्टियों के नेताओं का विंध्यनगर थाने पर लगा रहा जमावड़ा
-भीड़ का आक्रोश देखकर पुलिस शव को लेबर गेट से लेकर मर्चुरी पहुंची
डिजिटल डेस्क सिंगरौली(वैढऩ)। मेरे भाई को जिंदा लाकर खड़ा करे एनटीपीसी, हम लोगों को नहीं चाहिए पैसा व नौकरी। मेरे भाई की हत्याकर शव को फेंका गया है। पुलिस व एनटीपीसी अभी तक सर्चिंग का ढोंग करती रही। छह दिन तक गुमराह करने के बाद भी जब इन लोगों को लगा कि परिजन व पब्लिक शांत होने वाली नहीं है तब जाकर सुसाइड का नाटक रचा गया है। शव को कूलिंग टावर की जाली में डाला गया है। हमें पैसा नहीं भाई के लिसे न्याय चाहिए। उक्त आरोप बुधवार की शाम मर्चुरी के सामने एनटीपीसी विंध्याचल के मृत संविदा कर्मी अजीत दुबे के भाई विनीत दुबे ने आक्रोशित हुए लगाये हैं। उन्होंने कहा कि हमें पहले अंदर नहीं जाने दिया गया। हम गेट पर खड़े होकर शव के आने का इंतजार कर रहे थे। लेकिन पुलिस गुमराह करती रही। इसके बाद सामने के गेट से शव को न लाकर लेबर गेट से पीएम हेतु मुर्चरी लाया गया है। इससे साफ जाहिर हो रहा है कि पुलिस की एनटीपीसी प्रबंधन के साथ मिलीभगत है। पुलिस एनटीपीसी प्रबंधन को अभी तक बचाती आ रही है। आगे भी पुलिस वही करेगी जो एनटीपीसी प्रबंधन चाहेगा। इसलिए हम लोगों की अब यही कामना है कि जिस तरह से मेरे भाई की हत्या हुई है उस तरह की घटना दूसरे किसी कर्मचारी के साथ न हो। अत: प्रशासन एनटीपीसी प्रबंधन के विरूद्ध इस मामले में सख्त जांच कराएं और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मेरे भाई को न्याय दिलाया जाये।
सर्चिंग पार्टी को दिखा शव
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनकर ने बताया कि विंध्यनगर थाना की पुलिस बुधवार की सुबह सर्चिंग कर रही थी। इस दौरान प्रआ को कूलिंग टावर की जाली में फंसी गोल चीज दिखाई दी। जहां से बदबू भी आ रही थी। शक होने पर टीम ने पास जाकर गौर देखा तो शव फंसा होने का अंदेशा हुआ। शक पुख्ता होते ही उक्त कर्मियों ने इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी। सूचना मिलते ही घटना स्थल पर एसपी, कलेक्टर, सीएसपी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। जहां पर एनटीपीसी के लोग भी मौजूद थे। इसके बाद शव मिलने की सूचना मृतक अजीत दुबे के पिता सहित अन्य परिजनों को दी गई। इसके साथ ही उन्हें वाहन से एनटीपीसी प्लांट के अंदर लाया गया। जहां शव की शिनाख्त कराई गई। परिजनों द्वारा शव की पहचान करते ही उसे निकालने की कार्रवाई शुरू हुई। इसके लिए कूलिंग टावर को बंद कराया गया। इसके बाद जाली को उखाड़ा गया। काफी देर की मशक्कत के बाद शव को बाहर निकालने में कामयाबी मिली।
हर संभावना को लेकर पुलिस कर रही जांच
अजीत की हत्या हुई है या फिर उसने आत्महत्या की है, पुलिस इसकी जांच करा रही है। पुलिस की जांच अब पूरी तरह से पोस्टमार्टम रिपोर्ट और बिसरा जांच की रिपोर्ट के आधार पर आगे बढ़ेगी। यदि अजीत की हत्या हुई है तो फिर पीएम और बिसरा रिपोर्ट में इस बात की जानकारी सामने आ जायेगी। पुलिस ने कूलिंग टॉवर जिसमें मृतक का शव मिला है, उसके पानी के सैम्पल कलेक्ट कर लिये गये हैं। क्योंकि मौत से पहले अजीत कूलिंग टावर गिरा होगा तो उसके पेट से टावर का पानी निकलेगा। यदि मौत के बाद गिरा होगा तो उसके पेट से टावर का पानी नहीं निकलेगा। पुलिस सभी संभावनाओं को ध्यान में रखकर जांच को वैज्ञानिक आधार पर आगे बढ़ा रही है।
एनटीपीसी प्रबंधन से बात कर संतुष्ट हुए परिजन
श्री सोनकर ने बताया कि मृतक अजीत दुबे के परिजनों ने एनटीपीसी प्रबंधन से बात करने की इच्छा जाहिर की थी। इसके बाद एनटीपीसी एचआर हेड उत्तम लाल को बुलाया गया। श्री लाल के आने के बाद मृतक के पिता ने उनके समक्ष तीन मांगें रखीं। उन्होंने कहाकि मेरी इच्छा है कि मेरा लड़का स्किल्ड कर्मचारी था। उसकी मौत ड्यूटी के दौरान हुई है इसलिए एक व्यक्ति को नौकरी दी जाए। दूसरी उचित क्षतिपूर्ति दिलाई जाए। इसके अलावा मेरे बेटे की मौत कैसे हुई इसकी निष्पक्ष जांच कराई जाए। एचआर हेड ने कहाकि मृतक ठेकेदार का कर्मचारी था। इसलिए लेबर कानून के तहत जो भी क्षतिपूर्ति होगी शीघ्र दिलवाई जाएगी। फिलहाल एक लाख रूपया तात्कालिक खर्च करने के लिए दिये जा रहे हंै। इसके अलावा एक आदमी को नौकरी भी दी जाएगी।