उज्जैन: कोविड-19 के वायरस को ग्रामीण क्षेत्रों में फैलने से रोकने के लिये हरसंभव उपाय किये जायें - अतिरिक्त मुख्य सचिव मो.सुलेमान
उज्जैन: कोविड-19 के वायरस को ग्रामीण क्षेत्रों में फैलने से रोकने के लिये हरसंभव उपाय किये जायें - अतिरिक्त मुख्य सचिव मो.सुलेमान
डिजिटल डेस्क, उज्जैन। उज्जैन प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव मो.सुलेमान ने आज उज्जैन जिले में कोविड-19 की संभागीय समीक्षा बैठक ली। उन्होंने संभाग के सभी कलेक्टर को हिदायत दी कि कोविड-19 का प्रसार मुख्यत: अभी शहरी क्षेत्रों में है और ग्रामीण क्षेत्र में इसका प्रसार कम है। ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 के वायरस को पहुंचने से रोका जाये। वायरस के प्रसार को ग्रामीण क्षेत्र में फैलने से रोकने के लिये हरसंभव उपाय किये जायें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में यदि वायरस का प्रसार बहुतायत में हो गया तो कंट्रोल करना मुश्किल होगा। उन्होंने आगामी त्यौहारों के मद्देनजर और अतिरिक्त सावधानी रखने के निर्देश देते हुए कहा कि त्यौहारों के समय ग्रामीण क्षेत्रों में रिश्तेदारों का एवं अन्य लोगों का परिवारों में आना-जाना लगा रहता है। यह वायरस को आमंत्रण दे सकता है। इसीलिये त्यौहारों में विशेष रूप से सावधानी बरती जाये। लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के प्रति जागरूक किया जाये। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में यदि वायरस का प्रसार होता है तो हमें बड़ी संख्या में एम्बुलेंस की व्यवस्था करनी पड़ेगी। मो.सुलेमान ने सभी कलेक्टर्स को निर्देश दिये कि वे प्रायवेट अस्पताल से टाइअप करें। आयुषमान योजना के लगभग 20 प्रतिशत हितग्राहियों के लिये प्रायवेट अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड आरक्षित करें। यदि प्रायवेट अस्पताल में यह नहीं हो पा रहा है तो होटल या अन्य जगह यह सुविधा उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि सभी जिले जितना ज्यादा हो, ऑक्सीजन एवं आईसीयू बेड की संख्या बढ़ायें। उन्होंने कहा कि हमने शहरी क्षेत्र में तो सुविधा बढ़ा ली है लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में सुविधाओं का अभाव है। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने सभी कलेकटर्स को निर्देश दिये कि वे कोविड-19 के डाटा की समीक्षा करें एवं त्यौहारों में किस प्रकार की चुनौती आयेगी, इसके लिये तैयार रहें। उन्होंने कहा कि बसें चलने से एवं फसल कटाई के बाद मंडी में भीड़ उमड़ेगी, उसके लिये अभी से तैयारी कर लें। जो भी डाटा उपलब्ध है उसकी समीक्षा करें और यह तय करें कि आपके पास क्या सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि हर जरूरतमन्द मरीज को अस्पताल में बेड मिले, यह सुनिश्चित किया जाये और जो घर में आइसोलेशन में रहना चाहता है, उसे होम आइसोलेशन करें। कोई भी निजी अस्पताल मरीजों से मनमाना फीस न ले, यह सुनिश्चित करें। साथ ही यदि कोई व्यक्ति अपना टेस्ट कराना चाहता है तो उसे मना न किया जाये। भीड़ वाले स्थानों, हाटबाजार एवं यदि किसी एरिया में आशंका है कि यहां कोविड-19 का प्रसार हो सकता है तो वहां सर्विलेंस टीम लगाकर लोगों के सेम्पल लिये जायें। बैठक में आगर-मालवा के डॉ.मयंक ने बताया कि जिले में अब तक 13 हजार 399 सेम्पल लिये गये हैं। प्रतिदिन 212 का औसतन सेम्पल लिया जा रहा है। 45 दिनों के लिये ऑक्सीजन की व्यवस्था है। जिले में 6 फीवर क्लिनिक हैं। अस्पताल में 65 बेड एवं 3 वेंटिलेटर आरक्षित किये गये हैं। एम्बुलेंस चौबीस घंटे कार्यरत है। इसके अलावा सेम्पल लेने की संख्या भी बढ़ाई जा रही है। कंटेनमेंट इलाके की निरन्तर मॉनीटरिंग की जाती है। हल्के लक्षण वाले मरीजों को 14 दिन होम आइसोलेशन में रखा जा रहा है। अब तक 8 लोगों की कोरोना से मृत्यु हुई है। नीमच के कलेक्टर श्री जितेन्द्रसिंह राजे ने बताया कि जिले में कोरोना के लगभग 42 प्रतिशत मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। प्रतिदिन लगभग 500 सेम्पल लिये जा रहे हैं। पलायन करने वालों के चलते शहरी क्षेत्र में कोरोना के केस बढ़े हैं। अब तक 32 लोगों की मृत्यु हुई है। ऑक्सीजन की कमी है, इसलिये उदयपुर, भीलवाड़ा के ऑक्सीजन प्लांटों से ऑक्सीजन सिलेण्डर की बात की गई है। अब तक लगभग 85 प्रतिशत मरीज फीवर क्लिनिक के माध्यम से मिले हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने निर्देश दिये कि जावद एवं नीमच में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इस पर विशेष ध्यान दिया जाये। शाजापुर कलेक्टर श्री दिनेश जैन ने बताया कि जिले में सितम्बर माह में तेजी से केस बढ़े। प्रतिदिन 200 सेम्पल लिये जा रहे हैं, जिसे बढ़ाकर अब 300 सेम्पल किया जा रहा है। कालापीपल, शुजालपुर में नये केस आये हैं। जिले में 11 फीवर क्लिनिक स्थापित हैं। अब तक 12 लोगों की मृत्यु कोरोना से हुई है। शुजालपुर में निजी चिकित्सालय से टाइअप किया गया है। वहां आयुष्मान योजना के हितग्राहियों के लिये 40 बेड आरक्षित किये गये हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने निर्देश दिये कि आयुष्मान योजना के हितग्राहियों के लिये बेड की कमी न हो। उन्होंने कहा कि सात दिन में जिले में पॉजीटिव केस बढ़े हैं और अधिक सेम्पल लिये जायें। होम आइसोलेशन करने की संख्या बढ़ाई जाये।