आगर-मालवा: फसलो को पाले से बचाने हेतु रात के समय खेतो की मेड़ो पर सूखा कचरा जलाकर धूंआ करें

आगर-मालवा: फसलो को पाले से बचाने हेतु रात के समय खेतो की मेड़ो पर सूखा कचरा जलाकर धूंआ करें

Bhaskar Hindi
Update: 2020-12-30 08:29 GMT
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डिजिटल डेस्क, आगर-मालवा। आगर-मालवा आत्मा परियोजना द्वारा कृषक संगौष्ठी का आयोजन मंगलवार को ग्राम सालरी में किया गया। जिसमें कृषि वैज्ञानिक डॉ. आर.पी.एस. शक्तावत द्वारा किसानबन्धुओ को गैंहूं में दीमक के नियंत्रण हेतु क्लोरोपायरीफॉस 20 प्रतिशत ई.सी. तथा जड़माहु के नियंत्रण हेतु इमिडाक्लोरप्रीड 17.8 एस.एल. का छिड़काव करने की सलाह दी। लहसुन प्याज में पीलापन नियंत्रण हेतु कार्टप हाईड्रोक्लोराईड फिप्रोनिल का छिड़काव करने के कहा। सहायक तकनीकी प्रबंधक श्री हेमराजसिंह तोमर द्वारा जैविक खेती, वर्मी कम्पोस्ट, नाडेप, गोबर गैस इत्यादि के बारे में विस्तार से बताया इसीप्रकार ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्री के.एल. कनासे ने फसलो को पाले से (शीतलहर) से बचाने के लिये रात के समय खेतो की मेड़ो पर सूखा कचरा जलाकर धूंआ करने, धनिया, सरसो, चना आदि फसलो में घूलनशील सल्फर 80 प्रतिशत डब्ल्यू.पी. का छिड़काव व हल्की सिंचाई करने की सलाह दी। कार्यक्रम के अन्त में प्रभारी बी.टी.एम. श्री अखिलेश घनघोर ने किसानों एवं अतिथियों का आभार प्रकट किया।

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