आगर-मालवा: राष्ट्रीय सम्मान “कृषक सम्राट सम्मान“2020 से नवाजे गए जिले के प्रगतिशील किसान राधेश्याम परिहार
आगर-मालवा: राष्ट्रीय सम्मान “कृषक सम्राट सम्मान“2020 से नवाजे गए जिले के प्रगतिशील किसान राधेश्याम परिहार
डिजिटल डेस्क, आगर-मालवा। आगर-मालवा जैविक कृषि के क्षेत्र में अनेक उपलब्धियां हॉसिल करने वाले आगर-मालवा जिले के बड़ौद विकासखंड के ग्राम विनायगा के कृषक राधेश्याम परिहार राष्ट्रीय सम्मान “कृषक सम्राट सम्मान“ 2020 से नवाजे गए है। कृषक राधेश्याम को विदिशा में 25 जनवरी को आयोजित महिंद्रा समृद्धि इंडिया एग्री अवार्ड कार्यक्रम में फार्मर ऑफ दी ईयर के रूप में चयन कर यह पुरस्कार दिया गया। कृषक राधेश्याम को पुरस्कार स्वरूप 2 लाख 11 हजार रुपए की नगद राशि एवं शील्ड तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।
महिंद्रा समृद्धि इंडिया एग्री अवार्ड ऐसे कृषि नायकों को मान्यता देता है जिन्होंने भारतीय कृषि के क्षेत्र में उद्देश्य पूर्ण योगदान दिया है किसानों की मेहनत की बदौलत भारत आज अनाज उत्पादन में रिकॉर्ड कायम कर रहा है भारत सरकार सहित सभी निजी संगठन प्रगतिशील किसानों को सम्मानित करने का काम करते रहते हैं इस तरह के सम्मान से खेती में दिन-रात खून पसीना बहाते किसानों के अंदर नई ऊर्जा का संचार होता है महिंद्रा एंड महिंद्रा हर साल नवंबर माह में उन्नतशील किसानों से पुरस्कार के लिए प्रविष्टियां आमंत्रित करता है जिसमें तीन नेशनल अवॉर्ड (फॉर्मर ऑफ द ईयर) जिसमें नगद राशि दो लाख 11,000 रुपए प्रशस्ति पत्र व शील्ड दिया जाता है व दो उपविजेता को 51 हजार रुपये दिए जाते हैं वर्ष 2020 में पूरे देश भर से करीब 17 हजार उन्नतशील किसानों ने पुरस्कार के लिए नामांकन किया था, इन किसानों को परखने के लिए स्टेट स्तर से सेंट्रल स्तर पर तक दो ज्यूरी बनी होती है जिसमें नीति आयोग आईसीएआर नई दिल्ली के डीन प्रोफेसर कृषि कॉलेजों के अधिकारी उस ज्यूरी में सदस्य होते हैं जो किसानों के नामांकन को परखने का काम करते हैं स्टेट लेवल की ज्यूरी सबसे बेहतर किसानो को परखने के बाद सेंट्रल स्तर की ज्यूरी को सबसे बेहतर किसान को देती है और सेंट्रल स्तर की फाइनल ज्यूरी किसान फार्मर विजिट वीडियोग्राफी किसान का प्रजेंटेशन करवाती है फिर तीन नेशनल व दो उपविजेता का चयन होता है जिसमें संपूर्ण पारदर्शिता रहती है। जिले के किसान राधेश्याम को वर्ष 2020 का राष्ट्रीय सम्मान “कृषक सम्राट सम्मान“ मिलने से जिले के साथ प्रदेश के किसानों के लिए राधेश्याम प्रेरणा स्त्रोत बन गए हैं।