केशर व फलों के रस से होगा अभिषेक, सेहरा सजेगा, बाबा महाकाल बनेंगे दुल्हा
छिंदवाड़ा केशर व फलों के रस से होगा अभिषेक, सेहरा सजेगा, बाबा महाकाल बनेंगे दुल्हा
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा।जिलेवासियों की प्रमुख आस्था का केन्द्र मोक्षधाम स्थित बाबा महाकाल के दरबार में आज से नौ दिवसीय महोत्सव प्रारंभ होगा। श्री महाकाल मारूति नंदन सेवा समिति मोक्षधाम में शिव नवरात्रि पर्व विशेष अभिषेक व श्रृंगार कर मनाया जाएगा। जिसमें देवाधिदेव महादेव एवं माता पार्वती के विवाह उत्सव को धूमधाम से मनाया जाएगा। बाबा महाकाल को हर दिन अलग अलग सुंगधित द्रव्यों, केशर व फलों के रस से स्नान कर चंदन का उपटन कर विशेष श्रृंगार किया जाएगा। वहीं महाशिवरात्रि के दिन बाबा महाकाल को दूल्हे के रूप में सेहरा श्रृंगार कर सजाया जाएगा। वहीं विशेषज्ञ महा भस्म आरती कर भस्म श्रृंगार किया जाएगा।
किस दिन कौन सा श्रृंगार
२१ फरवरी को वस्त्रधारण श्रंृगार
२२ फरवरी को शेषनाग श्रृंगार
२३ फरवरी को घटाटोप श्रृंगार
२४ फरवरी को छबीना श्रृंगार,
२५ फरवरी को होल्कर श्रृंगार,
२६ फरवरी को उमा महेश श्रृंगार
२७ फरवरी को मन महेश श्रृंगार
२८ फरवरी को अर्धनारिश्वर श्रृंगार एवं
०१ मार्च को महाशिवरात्रि में सेहरा श्रृंगार व महाभस्म श्रृंगार किया जाएगा।
हर सोमवार होती है भस्मी आरती
मोक्षधाम परिसर स्थित बाबा महाकाल के दरबार में प्रति सोमवार को बाबा की भस्मी आरती की जाती है। उज्जैन महाकाल दरबार की तर्ज पर सोमवार को ताजी भस्मी लाकर ढोल, नगाड़ों व मंजिरों की थाप, शंखनाद के बीच भस्मी आरती में सैकड़ों भक्त शामिल होते है।