नर्मदा में नहीं मिलेगा नालों का पानी, जल्द बनेगा ट्रीटमेंट प्लांट
नर्मदा में नहीं मिलेगा नालों का पानी, जल्द बनेगा ट्रीटमेंट प्लांट
डिजिटल डेस्क डिण्डौरी। नर्मदा नदी पर बनने वाले पांचों शहरी नालों को ट्रीटमेंट प्लांट के जरिये एक कर उसके पानी को खेतों में छोड़े जाने की जो योजना राज्य शासन ने स्वीकृत की थी उसके तहत 22 करोड़ रूपए नगर परिषद को स्वीकृत हुए है और यहां जल्द ही ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य प्रारंभ होगा। जिसके लिए सोमवार को राजस्व व नगर परिषद के अधिकारियों ने नगर सीमा के भीतर स्थापित होने वाले ट्रीटमेंट प्लांट के लिए जगह का चयन किया है और संभवत: शासकीय कॉलेज के पास नर्मदा क्षेत्र में ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि ट्रीटमेंट प्लांट के लिए बहरहाल जगह का निर्धारण किया जा रहा है और इसके बाद कार्ययोजना को आगे बढ़ाया जाएगा। इसके लिए 12 अक्टूबर को राज्य शासन से स्वीकृति मिल चुकी है और टेण्डर भी कॉल किए जा रहे है जिसमें एक माह के दौरान कार्य योजना को अंतिम रूप दिया जाना है। माना जा रहा है कि मिली तिथि के आधार पर ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य नवम्बर माह के अंतिम सप्ताह से प्रारंभ हो सकता है।
यह है योजना
22 करोड़ रूपए की ट्रीटमेंट प्लांट योजना के तहत शहर के पांचों नाले जो कि नर्मदा जी में मिल रहे है उनको एक स्थान पर ले जाकर मिलाया जाएगा। जिसके लिए बड़े सीवर पाइपों का भी उपयोग किया जा सकता है और इन पाइपों के जरिये सभी नालों पर बंधाव और शहर से आने वाले पानी को प्लांट स्थल तक पहुंचाना होगा। जहां पर फिल्टरेशन के जरिये पानी का शुद्धिकरण किया जाएगा। इसके पश्चात पानी शहर के नालों से आया हुआ दूषित पानी फिल्टरेशन के बाद समीप के खेतों में छोड़ा जाएगा जिससे किसानों को भी इसका लाभ मिल सकेगा।
समाहित हो रही है गंदगी
वर्तमान परिस्थितियों में पांचों नालों की गंदगी नर्मदा जी में समाहित हो रही है जिसके कारण नर्मदा जी का जल आचमन करने के लिए भी उपयोग में नहीं लाया जा रहा। डिण्डौरी मुख्यालय में नर्मदा जल के गिरते स्तर को लेकर धार्मिक संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों ने भी ट्रीटमेंट प्लांट के जल्द शुरूआत किए जाने की मांग शासन, प्रशासन से की थी। ज्ञातव्य हो कि मुख्यमंत्री द्वारा नर्मदा सेवा यात्रा के द्वारा की गई घोषणा के बाद लगभग एक साल की अवधि में कार्ययोजना मूृर्त रूप ले सकी है और इस योजना के तहत ट्रीटमेंट प्लांट के तैयार होने में भी लगभग एक साल का समय लगेगा। ऐसी स्थिति में नालों को रोकने व जल शुद्धिकरण के लिए प्रयास किए जाने की मांग की जा रही है।
इनका कहना है
शहर के पांचों नालों को एक स्थान पर ट्रीटमेंट प्लांट से जोड़कर जल शुद्धिकरण के लिए राज्य शासन ने 22 करोड़ रूपए स्वीकृत किए है जिसके तहत कार्य की शुरूआत नवम्बर माह में की जाना है। यहां ट्रीटमेंट प्लांट के लिए जगह का चयन किया जा रहा है। जिसमें एसडीएम अनिल सोनी शामिल रहे।
डॉ अमर सिंह परिहार,सीएमओ, नगर परिषद डिण्डौरी