हादसों का पखवाड़ा...15 दिन में 18 भीषण हादसे, 20 की मौत, 22 घायल

छिंदवाड़ा हादसों का पखवाड़ा...15 दिन में 18 भीषण हादसे, 20 की मौत, 22 घायल

Bhaskar Hindi
Update: 2022-02-17 09:46 GMT

डिजिटल डेस्क ,छिंदवाड़ा। वाहनों की बेलगाम रफ्तार ने सडक़ दुर्घटनाओं का ग्राफ तेजी से बढ़ाया है। फरवरी माह के महज १५ दिनों में जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्र में १८ भीषण हादसे सामने आए। इन हादसों में २० लोगों की जान चली गई। वहीं २२ लोगों को गंभीर चोटें आई हैं। हर्रई और देहात थाना क्षेत्र में हुई दुर्घटनाओं में दो दंपतियों की मौत हो गई। आंकड़ों के आधार पर औसतन हर दिन दुर्घटना में एक व्यक्ति ने जान गंवाई है। पुलिस और यातायात विभाग की जांच में सामने आया है कि अधिकांश दुर्घटनाएं यातायात नियमों की अनदेखी, वाहनों की बेलगाम रफ्तार और चालक के नशे में होने की वजह से हुई है।
बेहतर इलाज की सुविधा हो तो बचाई जा सकती है जानें-
मेडिकल कॉलेज से संबद्ध होने के बाद भी जिला अस्पताल और दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में इलाज की बेहतर सुविधाओं का अभाव है। जिला अस्पताल मेें विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति के बाद भी गंभीर मरीजों को नागपुर रेफर करने की प्रथा बंद नहीं हुई है। इसी तरह सडक़ दुर्घटनाओं में गंभीर रुप से घायल व्यक्ति को स्वास्थ्य केन्द्रों में प्राथमिक इलाज भी नहीं मिल पाता।
इन क्षेत्रों में सर्वाधिक सडक़ हादसे-
शहर के चारों ओर से निकली बाइपास पर अधिकांश सडक़ हादसे सामने आए है। लिंगा बाइपास से नागपुर मार्ग, नरसिंहपुर, सिवनी बाइपास पर भागते तेज रफ्तार वाहनों ने कई लोगों को रौंदा है। अधिकांश दुर्घटनाएं गांव को बाइपास मुख्य मार्ग से जोडऩे वाले मार्ग पर हुए है। इसके अलावा चौरई, कुंडीपुरा, मोहखेड़, पांढुर्ना और अमरवाड़ा थाना क्षेत्र में बीते साल सर्वाधिक दुर्घटनाएं सामने आई है।
ब्लैक स्पॉट में सुधार की जरुरत-
जिले में चिन्हित 17 ब्लैक स्पॉट और संवेदनशील मार्ग है। यहां अक्सर सडक़ हादसे होते है। यातायात विभाग और सडक़ एजेंसियों द्वारा शहर समेत जिले के चिन्हित ब्लैक स्पॉट व संवेदनशील मार्गों वाहनों की रफ्तार कम करने अस्थाई उपाए किए है। इसके बाद भी दुर्घटनाओं का ग्राफ नहीं थमा है। यहां तकनीकि सुधार की आवश्यकता है।
सडक़ दुर्घटनाएं एक नजर में...
- शिवपुरी मार्ग पर हादसे में ३४ वर्षीय आसाराम साहू की मौत।
- गुरैया में ट्रैक्टर की टक्कर से सुनील उसकी पत्नी पल्लवी रावत (२४) की मौत।
- हर्रई के मुआरसानी में कार पलटने से सत्यनारायण डेहरिया की मौत।
- चांद के सामरबोह में हादसे ३० वर्षीय भीम चौरे की मौत।
- तामिया के पीपरढार में हादसे में १८ वर्षीय बसंत भारती की मौत।
- हर्रई के बम्होरी में सडक़ हादसे में ४० वर्षीय बुद्धमान उईके की मौत।
- खुनाझिर के समीप हादसे में ४० वर्षीय रामगोपाल साहू की मौत।
- सांवरी के जूनापानी में कार पलटने से ३५ वर्षीय राजू भलावी की मौत।
- देहात के परतला में हादसे में ४५ वर्षीय लाल सिंह पवार की मौत।
- सांवरी के तालपिपरिया में हादसे में ४५ वर्षीय राकेश रगड़े की मौत।
- पांढुर्ना के रजाड़ीपिपला में हादसे में बाबूललाल देशमुख की मौत।
- न्यूटन चौकी में पदस्थ नगर सैनिक ५५ वर्षीय गोविंद धुर्वे की मौत।
- देहात थाना क्षेत्र के थुनियाउदना ७० वर्षीय गंगाधर गुंठयाजी की मौत।
- लिंगा सर्किल पर अज्ञात वान की टक्कर से ३५ वर्षीय युवक की मौत।
- हर्रई के बसुरिया में हादसे में जगदीश इनवाती, उसकी प्रभा की मौत।
- उमरेठ के तिघरा में ट्रैक्टर की टक्कर से कमलेश डोंगरे की मौत।
- चौरई में हादसे में २६ वर्षीय अमन उईके की मौत।
- पांढुर्ना के बनगांव में हादसे में किरण बमनोटे की मौत।
क्या कहते हैं अधिकारी-
यातायात नियमों की अनदेखी और वाहनों की रफ्तार दुर्घटनाओं की मुख्य वजह है। ब्लैक स्पॉट व संवेदनशील मार्गों पर सडक़ एजेंसियों के साथ मिलकर कई सुधार कराए गए है। जिससे कई स्थानों पर दुर्घटनाएं कम हुई है।
 

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