0 से पांच वर्ष के बच्चों को पोलियों की खुराक पिलाने हेतु 3 दिवसीय पल्स पोलियो अभियान 17 जनवरी से
0 से पांच वर्ष के बच्चों को पोलियों की खुराक पिलाने हेतु 3 दिवसीय पल्स पोलियो अभियान 17 जनवरी से
आगर-मालवा: 0 से 05 वर्ष के बच्चों को पल्स पोलियों की खुराक पिलाने हेतु 17 से 19 जनवरी 2021 तक तीन दिवसीय अभियान आयोजित किया जाएगा। पल्स पोलियो एवं कोविड-19 वैक्सिनल अभियान की तैयारियों को लेकर कलेक्टर श्री अवधेश शर्मा के अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्टर सभागृह में जिला स्तरीय टॉस्क फोर्स की बैठक सम्पन्न हुई। कलेक्टर ने कहा कि पल्स पोलिया अभियान के प्रथम दिवस 90 प्रतिशत बूथ कव्हरेज किया जाए। अभियान का द्वितीय एवं तृतीय दिवस सफल संचालन कर शत्-प्रतिशत बच्चों को पोलियों की दवा पिलाई जाए। इसके लिए सभी संबंधित विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें। उन्होंने निर्देश दिए कि अभियान के क्रियान्वयन हेतु ब्लॉक स्तर पर टास्क फोर्स समिति का गठन अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) की अध्यक्षता में किया जाए। बैठक में बताया कि जनवरी माह के प्रथम सप्ताह में संभावित कोविड-19 वैक्सिनैशन (टीकाकरण) किया जाना है। कलेक्टर ने कोविड-19 टीकाकरण अभियान के क्रियान्वयन हेतु प्रति सप्ताह टॉस्क फोर्स समिति की बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि टीकाकरण अन्तर्गत हेल्थ केयर वर्करों का डाटा संबंधित साफ्टवेयर में शीघ्र इन्द्राज किया जाए। साथ ही कलेक्टर ने कोविड-19 वैक्सीनेशन की सुरक्षा हेतु सीएमएचओ की अध्यक्षता में एईएफआई कमेटी गठन किया गया। बैठक में जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. राजेश गुप्ता ने पोलियो अभियान के सफल आयोजन हेतु पॉवर प्वाईंट प्रजेंटेशन के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी। डब्ल्यूएचओ प्रतिनिधि के रूप में उपस्थित डॉ. एसएम जोशी ने कहा कि पल्स पोलियो अभियान के तहत् 17 जनवरी को जिले के 0 से लेकर 5 वर्ष तक के शतप्रतिशत बच्चों को कोविड गाईड लाईन-19 का पालन करते हुए पोलियों की खुराक पिलाये। इसके लिए बच्चों को पहले से ही चिन्हित कर लें, ताकि उन्हें दवा पिलाने में आसानी रहे। स्कूल शिक्षक एवं कोटवार के माध्यम से पोलियो दिवस की सूचना भी गांवों में करवाई जाए। दवा पिलाने हेतु जिले में लगाई जाने वाली टीम सहित आंगनवाड़ी, आशा कार्यकर्ता को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण दिया जाए। प्रशिक्षण में शिक्षा विभाग को भी अवश्य शामिल करें। कोविड गाईड लाईन का पालन करते हुए दवा पिलाने वाले कार्यकर्ता मास्क एवं सेनेटाईजर का उपयोग करे तथा सोशल डिस्टेसिंग का भी पालन करने की जानकारी प्रशिक्षण में दी जाए। पोलियो बूथ पर एक समय में पांच से अधिक बच्चे एकत्रित न हो, यह सुनिश्चित करते हुए दवा पिलाई जाए। दवा पिलाने के दौरान ज्यादा भीड़ एकत्रित न हो, इसके लिए बच्चों के साथ एक ही व्यक्ति को बूथ पर आने दिया जाए तथा उनके मध्य दो गज की दूरी बनाए रखें। पोलियो बूथ ऐसे भवन में बनाया जाए, जहां प्रवेश एवं निर्गम द्वार की व्यवस्था हो। डॉ. जोशी ने कहा कि अभियान के दौरान जो चिन्हित बच्चे पोलियो की दवा पीने से वंचित रह जाए, उनकी मार्किंग की जाकर, उन्हें बाद में पोलियो की खुराक पिलाई जाए। इंट-भट्टों, कृषि भूमि पर घर बनाकर रहने वाले परिवारों के बच्चों तथा बाहरी क्षेत्रों से भेड़-ऊंट लेकर आने वालों के डेरों में रहने वाले बच्चों को भी पोलियो की खुराक पिलाना सुनिश्चित हो सके, इसके लिए ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित कर, पोलियो टीम बनाएं। बैठक में कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास डॉ. निशीसिंह, प्रभारी जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजीव बरसेना, डॉ अविनाश राय, वीसीसीएम अविनाश गेहलोत, समस्त बीएमओ, एएफआई कमेटी सदस्य सहित सभी संबंधित विभागों के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।