जिले में मिले 10 नए कोरोना पॉजिटिव, 41 एक्टिव केस
जिले में मिले 10 नए कोरोना पॉजिटिव, 41 एक्टिव केस
डिजिटल डेस्क सीधी। जिले में अब थोक के भाव कोरोना पाजटिव मरीज मिलने लगे हैं। मंगलवार को एक साथ मिले 10 नये मरीजों के बाद जिले में पाजटिव मरीजों की संख्या 106 पर पहुंच गई है। इसमें से 41 केस ऐसे हैं जो उपचार के लिए भर्ती किये गये हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी. एल. मिश्रा ने बताया कि 4 अगस्त को 10 केस की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट प्राप्त हुई है। जिसमें से 6 महिलाएं क्रमश: 70 वर्षीय, 64 वर्षीय, 40 वर्षीय, 36 वर्षीय, 36 वर्षीय, 23 वर्षीय और 14 वर्षीय लड़का एवं 1 वर्ष का छोटा बच्चा पुरानी गल्ला मंडी सीधी में पाए गए हैं। इस प्रकार से 8 पॉजिटिव केस पुरानी गल्ला मंडी सीधी में पाए गए हैं। नौवा केस 30 वर्षीय पुरुष ग्राम देवरी कुसमी से तथा दसवां पॉजिटिव केस 42 वर्षीय व्यक्ति ग्राम बम्हनी सेमरिया सीधी का रहने वाला है। इस प्रकार से अब तक जिले में कुल 106 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, जिसमें से 64 लोगों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। और एक्टिव केस 41 हो गए है।
सामान्य सर्दी, खांसी मानकर नहीं करें विलंब, कंट्रोल रूम में दें सूचना
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिश्रा ने बताया कि यह समय कोरोना काल बन चुका है। इससे बचने के 2 ही तरीके बचे हैं। पहला जो लोग बाहर से आ रहे हैं या बाहर जा कर अभी 2-4 दिन हफ्ते के अंदर आए हैं वो अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए स्वयं जिला प्रशासन को इसकी सूचना दें और संस्थागत कोरंटाइन हो जाए। दूसरा तरीका है कि स्वयं के घर में यदि शौचालय स्नानागार व्यवस्था सहित अलग कमरा उपलब्ध हो तो सामाजिक दूरी एवं सेनेटाइजर आदि सावधानियों के साथ होम क्वारंटाइन में रहें। इसके साथ ही ऐसे लोगों की जानकारी जो सर्दी, खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ आदि लक्षणों से पीडि़त हैं उनको तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र के फीवर क्लीनिक में जांच कराने की आवश्यकता है वो स्वयं आ जाए। यदि लापरवाही कर रहे या उसे सामान्य सर्दी, खांसी मानकर विलंब कर रहे हैं तो उनके पास-पड़ोस के एवं घर के लोग विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पंचायत सचिव अन्य क्षेत्रिय स्वास्थ मैदानी कार्यकर्ता के माध्यम से जिला कंट्रोल रूम दूरभाष क्र. 07822-297521 में सूचित कराएं। ताकि समय रहते उनका उपचार किया जा सके और उनके माध्यम से दूसरों को कोरोना संक्रमण फैलने से बचाया जा सके।