75 साल में इस इलाके से पहली बार कोई मंत्री बना
स्वागत के लिए बच्चों को खड़े किए जाने पर मंत्री पाटील की सफाई
डिजिटल डेस्क, मुंबई। जलगांव के अमलनेर से राकांपा विधायक व कैबिनेट मंत्री अनिल पाटील के स्वागत में स्कूली बच्चों को खड़े किए जाने की घटना पर मंत्री ने सफाई दी है। शनिवार को "दैनिक भास्कर' से बातचीत में मंत्री पाटील ने कहा कि मुझे इस बात की जानकारी नहीं थी कि मेरे स्वागत में बच्चों को खड़ा किया गया है। मंत्री ने कहा कि दरअसल आजादी के बाद पहली बार अमलनेर से कोई मंत्री बना है। इस लिए बच्चे-बुढे सभी मुझे देखने आए थे।
पाटील ने कहा कि मैं पहली बार मंत्री बना हूं। मेरे इलाके में इस बात को लेकर लोग बेहद उत्साहित हैं। मेरे साथ 20 हजार कार्यकर्ता थे। बड़ों के साथ-साथ बच्चे भी खुश हैं। इस लिए हो सकता है वे भी मुझ से मिलने आए हो। मंत्री ने कहा कि मेरे इलाके के बहुत से लोगों ने मेरा नाम सुना है पर मुझे देखा नहीं है। मेरे मंत्री बनने के बाद वे मुझे देखने आए थे। उन्होंने कहा कि मुझे अपने स्वागत में बच्चों का इस्तेमाल करने की जरुरत नहीं है।
मंत्री का यह कृत्य निंदनीयः खडसे मंत्री पाटील के गृह जिले जलगांव से आने वाले वरिष्ठ राकांपा नेता एकनाथ खडसे ने मंत्री के स्वागत के लिए बच्चों को खड़े किए जाने की निंदा की। उन्होंने कहा कि मंत्री के स्वागत में आदिवासी आश्रम शाला के विद्यार्थियों को रास्ते पर खड़ा करना ठीक नहीं। उन्होंने कहा कि पहले आदिवासियों के नाम पर वोट मांगना और बाद में उनके बच्चों के साथ इस तरह का व्यवहार गलत है।खडसे ने कहा कि पाटील को अपनी गलती माननी चाहिए। भविष्य में फिर से ऐसी गलती की तो हम उनके खिलाफ जनता के बीच जाएंगे। शिवसेना (उद्धव) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।