नागपुर: मनपा के 3 उपायुक्त दबाव से परेशान, लगाई गुहार-पुरानी जगह भेज दो सरकार

  • कई माह से महानगरपालिका में प्रशासक राज
  • केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार और आला अधिकारियों के दबाव से अधिकारी परेशान
  • कर्मचारियों की कमी से काम प्रभावित

Bhaskar Hindi
Update: 2023-12-18 12:23 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर, नीरज दुबे | पिछले कई माह से महानगरपालिका में प्रशासक राज है। केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार और आला अधिकारियों के दबाव से अधिकारी परेशान हो रहे हैं। इतना ही नहीं अधिकारियों और कर्मचारियों की कमी के चलते भी मुसीबत बढ़ रही है। ऐसे में अब राज्य सरकार से प्रतिनियुक्ति पर मनपा में सेवा देने वाले तीन उपायुक्त स्तर के अधिकारियों ने राज्य सरकार से वापसी की मांग कर दी है। इस संबंध में करीब एक माह पहले अधिकारियों ने अपनी मांग को लिखित स्वरूप में आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी को दी है। कम अधिकारियों से परेशान मनपा में हड़कंप मच गई है।

कर्मचारियों की कमी से काम प्रभावित

लंबे समय आला अधिकारियों और कर्मचारियों की कमी से महानगरपालिका प्रशासन में नियमित काम प्रभावित हो रहे हैं। अधिकारियों पर अतिरिक्त प्रभार के चलते काम का दबाव भी बढ़ रहा है। ऐसे में राज्य सरकार से प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत तीन उपायुक्तों ने अपने मूल पद पर वापसी की गुहार लगाई है। नियमित काम के साथ ही सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार और दबाव के चलते अधिकारी परेशान होने का हवाला दे रहे हैं। इस मामले में आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी को एक माह पहले पत्र देने का भी दावा हो रहा है। वहीं दूसरी ओर आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी ने एक उपायुक्त के बारे में जानकारी होने की पुष्टि भी की है।

कौन हैं वे तीन अधिकारी

मनपा में पिछले करीब 4 सालों से उपायुक्त एवं प्रभारी का पदभार संभाल रहे निर्भय जैन, उपायुक्त रवींद्र भेलावे और परिवहन विभाग के उपायुक्त सुरेश बगले का समावेश है।

राजस्व विभाग में उपजिलाधिकारी स्तर के अधिकारी निर्भय जैन का मनपा में कार्यकाल समाप्त होने पर पिछले साल यवतमाल तबादला भी हो गया था, लेकिन तत्कालीन आयुक्त राधाकृष्णन बी. ने मनपा से जाने नहीं दिया। अतिरिक्त आयुक्त के पद पर अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा था।

नगर परिषद में मुख्याधिकारी के रूप में कार्यरत रहे रवींद्र भेलावे उपायुक्त पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। दो साल पहले उपायुक्त राजेश भगत का वर्धा और देशमुख का वाड़ी में स्थानांतरण होने पर रविन्द्र भेलावे पर खासा बोझ बढ़ गया था।

6 माह पहले वर्धा से उपविभागीय अधिकारी के रूप में कार्यरत सुरेश बगले को परिवहन विभाग में उपायुक्त पद की जिम्मेदारी दी गई है। राजस्व अधिकारी संगठन के पदाधिकारी सुरेश बगले पर परिवहन विभाग के साथ ही अन्य जिम्मेदारी भी डाली गई है। काम के अत्याधिक बोझ के चलते तीनों उपायुक्त अपने मुख्य कैडर में लौटने को लेकर प्रयास कर रहे हैं।

मामले में टिप्पणी नहीं

सुरेश बगले, उपायुक्त, परिवहन विभाग, मनपा के मुताबिक मैंने करीब 6 माह पहले ही मनपा में पदभार को संभाला है। कई मुद्दों पर चर्चा और विमर्श होते हैं, लेकिन प्रत्येक बातों को सार्वजनिक रूप से साझा नहीं किया जा सकता है। काम का दबाव होता ही है, विधानसभा अधिवेशन समेत कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।

1 माह पहले पत्र आयुक्त को दिया

रवींद्र भेलावे, उपायुक्त, उद्यान विभाग, मनपा के मुताबिक पिछले कई माह से मनपा में काम का दबाव बढ़ गया है। अनेक माह से शनिवार समेत अन्य अवकाश के दिन भी काम को संभालना पड़ता है। ऐसे में करीब 1 माह पहले 2 अन्य अधिकारियों के साथ आयुक्त को वापस भेजने को लेकर पत्र दिया है। इस संबंध में एक मर्तबा आयुक्त डॉ. चौधरी ने चर्चा भी की है, लेकिन फिलहाल कोई निर्णय नहीं हुआ है।

बेहतर काम करने पर जनता से प्रशंसा भी- मनपा आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी

इस पूरे मामले में मनपा आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी से चर्चा की गई। डॉ. चौधरी के मुताबिक उपायुक्त निर्भय जैन का कार्यकाल पूरा होने और तबादला होने के चलते वापसी की मांग की गई थी, लेकिन तत्काल अधिकारी को वापस भेजने को लेकर दिक्कत को देखते हुए राज्य सरकार से चर्चा की जा रही है। नगर परिषद प्रशासन से संबंधित अधिकारी रवींद्र भेलावे का केवल दो साल का कार्यकाल पूरा हुआ है, जबकि सुरेश बगले ने कोई चर्चा नहीं की है। मनपा क्षेत्र में बेहतर काम करने पर जनता से प्रशंसा भी मिलती है। ऐसे में अधिकारियों ने अपनी पूरी क्षमता से काम करते रहना चाहिए।


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