कारनामा: लातूर में ऑपरेशन के दौरान पेट में पट्टी का टुकड़ा छोड़ा, डॉक्टर-नर्स अस्थायी रूप से सस्पेंड

  • सरकारी अस्पताल के डॉक्टर की बड़ी लापरवाही
  • सिजेरियन ऑपरेशन के दौरान महिला के पेट में पट्टी का एक टुकड़ा छोड़ा
  • डॉक्टर-नर्स अस्थायी रूप से सस्पेंड

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-12 11:56 GMT

डिजिटल डेस्क, लातूर। महाराष्ट्र के लातूर में सरकारी अस्पताल के डॉक्टर की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां सिजेरियन ऑपरेशन के दौरान महिला के पेट में पट्टी का एक टुकड़ा छोड़े जाने का मामला सामने आया है। महिला के पति की शिकायत पर स्वास्थ्य अधिकारियों ने जांच के आदेश दिए हैं। हबीब वसीम जेवाले ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि उसकी पत्नी का अप्रैल में औसा इलाका स्थित एक अस्पताल में सिजेरियन ऑपरेशन हुआ। पेट दर्द की शिकायत के बाद करीब तीन सप्ताह बाद महिला वापस अस्पताल गई। जेवाले ने बताया कि महिला को लातूर से गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल भेज दिया गया, जहां वह 20 दिन भर्ती रही। वह चार महीने तक पेट में दर्द की शिकायत करती रही।

जब दर्द असहनीय हो गया तो उसे हाल में धाराशिव जिले के उमरगा शहर में एक निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां जांच में उसके शरीर में पट्टी का एक टुकड़ा मिला। इसके बाद उसके पति ने औसा सिविल हॉस्पिटल की प्रभारी डॉ. सुनीता पाटील के समक्ष शिकायत दर्ज कराते हुए उस चिकित्सक और नर्स को निलंबित करने की मांग की। पाटील ने कहा कि मामले की जानकारी वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों को दी गई है। जेवाले के आरोपों की जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया है। घटना से संबंधित चिकित्सक और नर्स को एक नोटिस जारी किया गया है।

मामला सामने आने के बाद सिविल अस्पताल की इंचार्ज ने कहा कि शिकायत मिलने के मिलने के बाद ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर और नर्स स्टाफ के खिलाफ जांच समिति गठित की थी। जिसकी  जांच रिपोर्ट आने के बाद डॉक्टर और नर्स को अस्थायी रूप से सस्पेंड किया है। उधर पीड़ित महिला के पति ने कहा कि ऑपरेशन करने वाले अस्थायी रूप से सस्पेंड किया । पीड़ित महिला के पति ने कहा कि ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर और नर्स को अस्थाई रूप से निलंबित किया गया है, लेकिन स्थाई रूप से सस्पेंड किया जाना चाहए, ताकि इस तरह से किसी भी महिला की जान के साथ आगे खिलवाड़ न हो।

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