जबलपुर: तय था किताबों का कमीशन, डिपो से की जाती थी सप्लाई

  • जाँच में खुला एक और राज, पुलिस ने एकत्रित किए साक्ष्य
  • पुस्तक विक्रेता द्वारा छोटे दुकानदारों को सीधे डिपो से किताबें मुहैया कराई जाती थीं।
  • पुलिस द्वारा नोएडा व आगरा में पब्लिशर्स के बयान दर्ज कर किताबों के सैंपल लिए जाएँगे।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-25 13:33 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। निजी स्कूलों में मनमानी फीस वृद्धि और किताबों में मुनाफाखोरी के मामले में पुलिस द्वारा की जा रही जाँच-पड़ताल लगातार जारी है। गत दिवस जाँच के लिए दिल्ली पहुँची बेलबाग पुलिस द्वारा क्राइस्ट चर्च जबलपुर डायसेशन स्कूल सीएमएस कम्पाउंड की किताबों का फर्जीवाड़ा उजागर किया गया था।

इस मामले में यह जानकारी सामने आई है कि उक्त स्कूल की किताबें जिस दुकान में मिलती थीं, उसके संचालक ने स्कूल से साँठगाँठ छिपाने के लिए कमीशन तय करके छोटे पुस्तक विक्रेताओं को अपना सब डीलर बनाया था।

पुलिस जाँच में इस बात का खुलासा हुआ है कि उक्त पुस्तक विक्रेता द्वारा छोटे दुकानदारों को सीधे डिपो से किताबें मुहैया कराई जाती थीं। इसके लिए छोटे दुकानदारों से किताबों में दस और कॉपियों में 15 प्रतिशत कमीशन लिया जाता था।

इसके साथ ही जिन छोटे दुकानदारोें को सब डीलर बनाया जाता था उनसे किताबों की कीमत एडवांस में वसूल ली जाती थी। उक्त दुकान संचालकों को पुलिस द्वारा मंगलवार 25 जून काे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।

दिल्ली से आगरा पहुँची पुलिस

उधर किताबों के आईएसबी नंबरों की जाँच करने दिल्ली गयी बेलबाग थाने की पुलिस टीम वहाँ से नोएडा फिर आगरा पहुँची है। इन स्थानों पर पुलिस द्वारा उन बुक पब्लिशर्स का पता लगाया जा रहा है, जिनकी पुस्तकें क्राइस्ट चर्च के स्कूलों में चलाई जाती थीं। पुलिस द्वारा नोएडा व आगरा में पब्लिशर्स के बयान दर्ज कर किताबों के सैंपल लिए जाएँगे।

स्कूलों से ड्रेस व किताबों के सैंपल जब्त- इधर धनवंतरी नगर थाना क्षेत्र स्थित श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल पहुँचकर पुलिस टीम ने ड्रेस व किताबों के सैंपल जब्त किए हैं। भेड़ाघाट पुलिस ने ज्ञानगंगा आर्किड इंटरनेशनल स्कूल में भी इस तरह की कार्रवाई की है। इन दोनों स्कूलों में किताबें व ड्रेस स्कूल की दुकान से ही लेना अनिवार्य था।

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