जबलपुर: चंद दिन ही लगीं दुकानें और फिर से उठने लगे सब्जी व्यापारी

  • कछपुरा ब्रिज स्थित करोड़ों के हॉकर जोन से मोहभंग, कुछ लगाने लगे भुट्टे का ठेला तो कुछ फेरी लगा रहे
  • स्मार्ट सिटी ने वर्ष 2016 में कछपुरा ब्रिज के किनारे हॉकर जोन का निर्माण कराया था।
  • 12 मई को नगर निगम से हुई चर्चा के बाद बड़ी संख्या में सब्जी व्यापारी यहाँ पहुँचकर अपनी दुकानें लगाने लगे।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-13 13:10 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। रानीताल से गढ़ा रोड पर लगने वाली सब्जी दुकानों को व्यवस्थित करने लगभग 2 करोड़ की लागत से कछपुरा ब्रिज (गुलौआताल) के पास हॉकर जोन का निर्माण करवाया गया था।

इसके बाद करीब 1 माह पूर्व बड़ी मुश्किल से यहाँ पर सब्जी व्यापारियों ने अपनी दुकानें लगानी शुरू भी कीं। लेकिन एक बार फिर से इन सब्जी व्यापारियों का मोहभंग होने लगा है। यही वजह है कि धीरे-धीरे वे यहाँ से उठकर ब्रिज पर ही भुट्टे का हाथ-ठेला लगाने लगे हैं तो वहीं कुछ ने घर-घर जाकर सब्जी बेचना शुरू कर दिया है।

स्मार्ट सिटी ने करवाया था निर्माण

जानकारों की मानें तो लम्बे समय से रानीताल से गढ़ा रोड पर सड़क के दोनों ओर 2 सैकड़ा से ज्यादा सब्जी व्यापारी अपनी दुकानें लगा रहे थे। इससे शाम होते ही यहाँ जाम लगने और सड़क हादसे घटित होने जैसे हालात निर्मित हो रहे थे।

इसे देखते हुए स्मार्ट सिटी ने वर्ष 2016 में कछपुरा ब्रिज के किनारे हॉकर जोन का निर्माण कराया था। शुरुआत में यहाँ 3 सौ सब्जी व्यापारियों के लिए कॉन्क्रीट की पट्टियाँ बनाकर चबूतरों का आवंटन किया गया। लेकिन बैठने की उचित व्यवस्था नहीं होने की बात कहकर सब्जी व्यापारियों ने यहाँ जाने से इनकार कर दिया।

1 माह पहले हुआ गुलजार और अब मोहभंग जैसे हाल

हॉकर जोन बनने के बाद भी स्मार्ट सिटी एवं नगर निगम के जिम्मेदार सब्जी व्यापारियों को यहाँ लाने में कामयाब नहीं हो सके। लेकिन इसी बीच 12 मई को नगर निगम से हुई चर्चा के बाद बड़ी संख्या में सब्जी व्यापारी यहाँ पहुँचकर अपनी दुकानें लगाने लगे।

लेकिन एक माह के भीतर ही उचित सुविधाएँ नहीं मिलने और अधिकारियों द्वारा सहयोग नहीं करने की बात कहकर अधिकांश व्यापारियों ने दुकानें लगाना बंद कर दिया है। उनका आरोप है कि सड़क से हॉकर जोन में तो सब्जी व्यापारियों को ला दिया गया है लेकिन आसपास कहीं पर भी कोई सूचना बोर्ड नहीं लगाया गया है।

इसके अलावा कछपुरा के आसपास हमेशा ट्रैफिक जाम की समस्या बनी रहती है। इसीलिए ग्राहक अंदर नहीं आते हैं और व्यापार चौपट होने लगा है।

2019 में शेड एवं लाइट की हुई व्यवस्था

हॉकर जोन में तमाम कोशिशों के बावजूद जब सब्जी व्यापारी जाने को तैयार नहीं हुए तब वर्ष 2019 में स्मार्ट सिटी द्वारा यहाँ विदेशी सीलिंग, लाइटें, टॉयलेट एवं धूप व बारिश से बचाने के लिए आगे की ओर शेड भी लगवाए गए।

लेकिन तभी कोरोना काल भी शुरू हो गया और 2 वर्ष तक यहाँ किसी भी व्यापारी को लाने में जिम्मेदार कामयाब नहीं हो सके। इस बीच समय-समय पर अधिकारियों द्वारा जायजा लेकर इस हॉकर जोन में व्यापारियों को और कौन सी सुविधाएँ दी जा सकती हैं इसके लिए भी वे लगातार विचार मंथन करते रहे।

लगाने लगे भुट्टे की दुकानें और शुरू कर दी फेरी भी

कछपुरा हॉकर जोन से मोहभंग होने के बाद कुछ सब्जी व्यापारियों ने ब्रिज के ऊपर ही भुट्टे की दुकानें लगानी शुरू कर दी हैं। इसके अलावा कुछ हाथ-ठेला में अपनी सब्जियाँ रखकर उन्हें घर-घर जाकर बेचने लगे हैं।

इस संबंध में क्षेत्रीय जनों कमलेश तिवारी, बीडी साहू, जीडी अग्रवाल, बकुल शाह एवं बृजेश केसरवानी आदि का कहना था कि हॉकर जोन में ही सब्जी व्यापारी अपनी दुकानें लगाते रहें।

इसके लिए अधिकारियों को उचित प्रयास करने चाहिए, वहीं बाजार अधीक्षक दिनेश प्रताप सिंह का कहना है कि सब्जी व्यापारियों को सभी सुविधाएँ मुहैया कराई जा रही हैं। इसके बावजूद उन्हें कोई समस्या है तो उचित हल अवश्य निकाला जाएगा।

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