विडंबना: एक तरफ धूल के गुबार, दूसरी तरफ गंदगी का अंबार
- कछपुरा के गणेश नगर समेत कई काॅलोनियाें के रहवासी परेशान
- शिकायतों पर नहीं हो रही कार्रवाई, जिम्मेदार मौन
- क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि कछपुरा मालगोदाम और काॅलोनी से लगी सड़क आज तक नहीं बनी।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। रेलवे और नगर निगम के सीमा विवाद में कछपुरा मालगोदाम से लगे गणेश नगर समेत कई काॅलोनियों के रहवासी दोहरी समस्या से जूझ रहे हैं। यहाँ के लोग घर से निकलने के बाद करीब एक किलोमीटर के रास्ते में धूल के गुबारों से जूझते हैं, तो दूसरी तरफ नियमित साफ-सफाई न होने के कारण गंदगी की मार झेलने को मजबूर हैं।
क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि कई बार दोनों समस्याओं को लेकर शिकायतें की गईं, लेकिन हर बार मामला राजनैतिक प्रतिद्वंद्विता और दो विभागों के बीच सहमति न बन पाने के कारण सुलझ नहीं सका, जिसका खामियाजा यहाँ रहने वालों को भुगतना पड़ रहा है।
बारिश शुरू होते ही कीचड़ की समस्या
क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि कछपुरा मालगोदाम और काॅलोनी से लगी सड़क आज तक नहीं बनी। सड़क पर रेलवे द्वारा पत्थर बिछाए गए थे, जो नहीं हटाए गए जिसकी वजह से इस सड़क पर चलना साल भर खतरनाक रहता है।
मालगोदाम में पहुँचने वाली मिट्टी, आयरनओर समेत खनिज पदार्थों से भरे ट्रक-डम्पर समेत अन्य बड़े वाहनों की आवाजाही के कारण ठंड और गर्मी के मौसम में हर तरफ धूल ही धूल रहती है। वहीं बारिश शुरू होते ही धूल की जगह कीचड़ ले लेता है, जिसके कारण आए दिन दुर्घटनाएँ होती हैं।
नालियाँ भरी पड़ीं, हर तरफ कचरे का ढेर
क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि नगर निगम द्वारा सफाई को लेकर दावे तो जरूर किए जाते हैं लेकिन सच्चाई इसके विपरीत है, क्योंकि निगम द्वारा सिर्फ झाड़ू लगाई जाती है। नालियाें और कचरे के ढेरों को साफ नहीं किया जाता जिसके कारण सभी काॅलोनियों में नालियाँ गंदगी से बजबजा रही हैं और कचरे के ढेरों के कारण तरह-तरह की बीमारियाँ भी फैल रही हैं।
महिलाएँ व स्कूली बच्चे सबसे ज्यादा परेशान
सड़क न बनने के कारण सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों और नौकरीपेशा महिलाओं को उठानी पड़ती है। भारी वाहनों और धूल-कीचड़ के बीच स्कूल और ऑफिस आना-जाना जोखिम भरा रहता है। कई बार तो स्ट्रीट लाइटें भी बंद रहती हैं, जिससे और भी िदक्कतों का सामना करना पड़ता है।
पैरामीटर से ज्यादा पाल्यूशन
मानसून सीजन में भी एयर क्वाॅलिटी अच्छी नहीं
भास्कर समाचार सेवा, जबलपुर। आमतौर पर जून माह में शहर की एयर क्वाॅलिटी बेहतर और अच्छी स्थिति में आ जाती है लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। शहर में चारों हिस्सों की एयर क्वाॅलिटी में केवल मध्य हिस्सा यानी मालवीय चौक पर ही एयर क्वाॅलिटी इंडेक्स अच्छी दशा में है, शेष में हालात कुछ पानी गिरने के बाद ही संतोषजनक हुये हैं।
एक्सपर्ट का कहना है कि इस बार गर्मियों के दिनों में एयर क्वाॅलिटी पूरी तरह से न सुधर पाने की मुख्य वजह यही रही कि सिविल लाइन से लेकर मेडिकल और बीच के हिस्सों में जो सीवर लाइन के लिए खुदाई की गई उसमें बाद की प्रक्रिया में तेजी से सुधार नहीं कया गया।
मरम्मत और सड़क को वैसी हालत में लाने में हुई देरी की वजह से धूल, प्रदूषण से वायु गुणवत्ता में फर्क पड़ा है। सिविल लाइन एरिया में अभी एक्यूआई 100 के करीब है। इसी तरह सुहागी, अधारताल एरिया में भी ऊपर है।
रामपुर और मालवीय चौक पर अच्छी दशा में, क्योंकि यहाँ पर ऐसा कोई वर्क नहीं हो रहा है। एक्सपर्ट के अनुसार मानसून सीजन में आमतौर पर वायु की गुणवत्ता बेहतर होती है। इसमें किसी तरह की बढ़ोत्तरी देखने नहीं मिलती है।