जबलपुर: ऑनलाइन सट्टे के खेल में तबाह हो रहे कई परिवार

  • सट्टेबाजी पर अंकुश लगाने सजा का प्रावधान जरूरी
  • ऑनलाइन सट्टेबाजी का जिक्र नहीं होने से सटोरिये आसानी से बच जाते हैं।
  • स्थानीय पुलिस द्वारा पूर्व में कुछ बड़े सटोरियों को पकड़ा गया था

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-24 13:41 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। ऑनलाइन सट्टेबाजी का बुखार शहर से लेकर ग्रामीण तक इस कदर फैला हुआ है कि एक ओर जहाँ इसमें फँसकर कई घर तबाह हो चुके हैं, युवा पीढ़ी भी इस लत का शिकार हो रही है।

वहीं दूसरी तरफ रोजाना सट्टेबाज करोड़ों का खेल कर रहे हैं। सट्टेबाजों का नेटवर्क इतना तगड़ा है कि पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लग पाती और हवाला के जरिए रकम का लेन-देन हो जाता है। जानकारों का मानना है कि सट्टेबाजी पर रोक लगाए जाने के लिए जुआ अधिनियम में बदलाव जरूरी है।

उनके अनुसार वर्तमान में 1876 में लागू, जुआ अधिनियम लागू होता है। इसमें ऑनलाइन सट्टेबाजी का जिक्र नहीं होने से सटोरिये आसानी से बच जाते हैं। वर्ष 2023 में प्रदेश सरकार द्वारा मप्र जुआ अधिनियम में बदलाव की तैयारी की गयी थी लेकिन बदलाव नहीं हो सका, उसके बाद से सट्टे का कारोबार लगातार फल-फूल रहा है और दूसरे प्रदेश से शहर में आकर सटोरिये बेधड़क अपना कारोबार संचालित कर रहे हैं।

हवाला के जरिए होता है भुगतान

ज्ञात हो कि विगत दिनों उज्जैन में एक बड़े सट्टे के अड्डे पर छापेमारी कर पुलिस ने करीब 15 करोड़ नकदी बरामद की थी। इस मामले में पकड़े गये सट्टा कारोबारी पियूष से हुई पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ था कि सट्टे की रकम का लेन-देन हवाला के जरिए होता है और पूरे देश में कहीं भी भुगतान की राशि पहुँचाने के लिए हवाला कारोबारियों की मदद ली जाती है।

बाहर से आकर डेरा जमा रहे सटोरिये

स्थानीय पुलिस द्वारा पूर्व में कुछ बड़े सटोरियों को पकड़ा गया था, जिसके बाद सटोरिये भूमिगत हो गए थे। वहीं कुछ दिन पहले माढ़ोताल पुलिस ने क्रिकेट का सट्टा पकड़ा था। जाँच में इस बात का खुलासा हुआ था कि पकड़े गए सटोरिये बिहार से यहाँ आकर डेरा जमाए थे और ऑनलाइन सट्टा खिला रहे थे।

शहर में महादेव ऐप की पहली एंट्री

ज्ञात हो कि रायपुर में बहुचर्चित सट्टा ऐप महादेव की भी शहर में एंट्री हो गयी है। 15 जून को गोराबाजार पुलिस ने कजरवारा क्षेत्र में ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा खिलाते हुए गिरीश लालवानी को पकड़ा था। उससे पूछताछ व मोबाइल की जाँच करने पर खुलासा हुआ था कि वह रायपुर की महादेव ऐप से आईडी लेकर सट्टा खिला रहा था।

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