छिंदवाड़ा: अस्पताल की बत्ती गुल, मोबाइल के टॉर्च की रोशनी में मरीजों को दिया इलाज

Bhaskar Hindi
Update: 2023-09-09 08:54 GMT

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल में शुक्रवार को शॉर्ट सक्रिट होने से लगभग तीन घंटे बिजली आपूर्ति बंद रही। जरनेटर का डीजल टैंक खाली होने से समय पर जनरेटर भी शुरू नहीं किया जा सका। इमरजेंसी यूनिट के डॉक्टरों ने मोबाइल टॉर्च की रोशनी में मरीजों को इलाज दिया। बिजली बंद होने से वार्ड और आईसीयू में भी अंधेरा पसरा रहा।

बताया जा रहा है कि सब स्टेशन में लगे पैनल में बारिश का पानी जाने से शॉर्ट सर्किट हुआ है। शुक्रवार दोपहर लगभग ३.३० बजे से पूरे अस्पताल की विद्युत आपूर्ति बंद हो गई थी। प्रबंधन द्वारा लगभग डेढ़ घंटे बाद जनरेटर शुरू किया गया। इस दौरान इमरजेंसी यूनिट में आने वाले मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

देर रात तक ट्रपिंग से मरीज परेशान-

शुक्रवार देर रात तक कई बार ट्रिपिंग होने से वार्ड में भर्ती मरीज परेशान होते रहे। दोपहर से रात तक तीन से चार बार बिजली बंद हुई थी। इसके पूर्व रविवार को भी इसी तरह की समस्या सामने आई थी। शुक्रवार देर रात तक एमपीईबी की टीम मेंटेनेंस में जुटी रही।

जनरेटर का डीजल बनी आफत-

३३ केवी सब स्टेशन में फाल्ट आने की स्थिति में इमरजेंसी के लिए दो जनरेटर लगाए गए है। जनरेटर के मेंटेनेंस और डीजल की जवाबदारी मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की है। मेडिकल प्रबंधन इस पर ध्यान नहीं देता। अस्पताल प्रबंधन आरकेएस से जनरेटर में डीजल भरवा रहा है। शुक्रवार को भी डीजल न होने पर समय पर जनरेटर शुरू नहीं हो सका। जैसे-तैसे डीजल की व्यवस्था कर लगभग डेढ़ घंटे बाद जनरेटर शुरू किया गया।

क्या कहते हैं अधिकारी-

शॉर्ट सर्किट की वजह से विद्युत आपूर्ति प्रभावित हुई थी। डीजल की व्यवस्था बनाकर जनरेटर शुरू करा दिए गए है। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन से जनरेटर के मेंटेनेंस और डीजल की व्यवस्था कराने चर्चा की गई है।

- डॉ.एमके सोनिया, सीएस, जिला अस्पताल

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