हादसा: गड्ढों से बचते हुए खेत में जा घुसी बस, 16 यात्री जख्मी
संतप्त नागरिकों ने किया रास्ता रोको
डिजिटल डेस्क, चिमूर(चंद्रपुर) । कांपा-चिमूर मार्ग पर कवड़शी देश फाटा पर सड़क के गड्ढों से बचने के चक्कर में बस खेत में जा घुसी जिससे 16 यात्री मामूली घायल हुए। हादसे के बाद संतप्त यात्री, ग्रामीण व डॉ.सतीश वारजुकर ने रास्ता रोको आंदोलन शुरू किया। पिछले एक साल से चिमूर शंकरपुर कांपा सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है और जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने भी इस सड़क के गड्ढों को भरने के लिए आवाज उठाई, लेकिन लोक निर्माण विभाग ने उस बयान पर ध्यान नहीं दिया है। सड़क के इन गड्ढों से कई दुर्घटनाएं हो चुकी है चिमूर से भंडारा जानेवाली बस क्र. एम.एच. 40 बीएल 39880 सड़क के गड्ढों से बचकर निकल रही थी। दौरान अचानक बस खेत में घुस गई। बस में लगभग 70 यात्री थे जिसमें 16 यात्री व शालेय विद्यार्थी घायल हो गए हैं। घायल यात्रियों पर शंकरपुर उपचार केंद्र में प्राथमिक उपचार शुरू है, तो कुछ यात्रियों का निजी अस्पताल में उपचार जारी है।
घटना की जानकारी जैसे ही जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष डॉ. सतीश वारजुकर को हुई उन्होंने एंबुलेंस बुलाकर घायलों को अस्पताल भेजा । सड़क में बने गड्ढों को लेकर उन्होंने सड़क जाम रास्ता रोको आंदोलन शुरू कर दिया। इस बीच, भिसी पुलिस स्टेशन के थानेदार प्रकाश राऊत और चिमूर के थानेदार मनोज गभने काफिले के साथ उपस्थित हुए। पुलिस सुरक्षा में सार्वजनिक निर्माणकार्य अभियंता उपगंल्लावार ने गड्ढे पाटने का कार्य बुधवार तथा नई सड़क निर्माणकार्य 15 दिनों में शुरू करने का आश्वासन देने पर रास्ता रोको पीछे लिया गया। इस अवसर पर पूर्व उपसभापति रोशन ढोक, कवडशी उपसरपंच बाबा देशमाने, खैरी पूर्व उपसरपंच लक्ष्मण खेडेकर, दामोधर ननावरे, अशोक चौधरी आदि उपस्थित थे।
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