बारिश:: हाथ आई फसल जा सकती है पानी में
कई किसानों ने खेतों में काटकर रखा है फसल
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। 26 और 27 नवंबर को हुई बरसात से जिले की पोंभुर्णा तहसील की 550 हेक्टेयर धान फसल का नुकसान होने का प्राथमिक अनुमान है। रविवार की सुबह अचानक 8.30 बजे से बेमौसम बारिश होने से ठिठुरन बढ़ गई है। सोमवार और मंगलवार की सुबह भी बारिश हुई। जिला कृषि अधीक्षक शंकरराव टोटावार ने बताया कि बेमौसम बारिश के कारण खेतों में काटकर सूखने को रखा धान का नुकसान होगा। जैसे ही 26 नवंबर को पोंभुर्णा तहसील में 550 हेक्टेयर धान के नुकसान का प्राथमिक अनुमान है। इसके अलावा कोरपना और अन्य धान उत्पादक तहसीलों में भी नुकसान हुआ है। इसकी वास्ताविक जानकारी सर्वे के पश्चात सामने आएगी। यदि बरसात अधिक होती है तो रबी की तुअर और चना की फसल को नुकसान हो सकता है। वैसे दो दिनों में जितनी बरसात हुई इससे तो रबी की फसलों को फायदा होगा किंतु अधिक बरसात के बाद प्रतिकूल परिणाम पड़ सकते हंै।
सोमवार की सुबह लगभग 8.30 बजे से जिले की अनेक तहसीलों में बारिश शुरू हो गई। जिले भर में हुई बारिश से ठिठूरन बढ़ गयी है। जिले के कुछ तहसीलों में रविवार को भी बारिश हुई। इसके पूर्व दिन भर गर्मी और रात को हल्की ठंड पड़ रही थी। लेकिन ठंड के मौसम में हुई बारिश से रबी फसल को काफी लाभ होगा। लेकिन बेमौसम बारिश से उन किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें दिखने लगी हैं, जिनके धान की फसल अब भी खेत में खड़ी है अथवा सूखने के लिए पड़ी है। पानी से धान के खराब होने की आशंका किसान जता रहे हैं।
दो दिन बारिश की संभावना : सोमवार की सुबह बदरीला मौसम था और 8.30 बजे से अचानक बरसात शुरू हो गई जो दोपहर 12.30 बजे तक होती रही। साथ ही दिन भर बादल छाए रहे। अचानक हुई बरसात के ठंड बढ़ गई है। प्रादेशिक मौसम विभाग के अनुसार 28 और 29 नवंबर को जिले भर में बरसात हो सकती है। आगामी दो दिन में होने वाली बरसात से ठिठूरन बढ़ेगी वहीं रबी के फसलों का नुकसान हो सकता है। इससे किसानों को चिंता बढ़ गई है।