आश्वासन: चंद्रपुर के विकास से जुड़े प्रस्तावों को प्राथमिकता देंगे : नार्वेकर
विस अध्यक्ष ने महाकाली महोत्सव के उद््घाटन पर दिया आश्वासन
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। राज्य के अंतिम छोर पर बसे चंद्रपुर जिले की धार्मिक, सामाजिक और ऐतिहासिक पहचान है। बिजली उत्पादक जिला राज्य को रोशनी देता है इसलिए इसके विकास कार्यों की दखल लेकर प्राथमिकता देने की बात विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कही। श्री महाकाली माता महोत्सव समिति की ओर से गुरुवार को चंद्रपुर में आयोजित श्री माता महाकाली महोत्सव में उद्घाटक के रूप में वे बोल रहे थे। इस अवसर पर श्री माता महाकाली सेवा समिति के अध्यक्ष विधायक किशोर जोरगेवार, विधायक सुभाष धोटे, विधायक प्रतिभा धानोरकर, सर्वोदय शिक्षण मंडल की अध्यक्ष सुधा पोटदुखे, मनीष महाराज, कल्यानी जोरगेवार, महोत्सव समिति उपाध्यक्ष विजय मोगरे, सुनील महाकाले, कोषाध्यक्ष पवन सराफ, सचिव अजय जयस्वाल, सदस्य बलराम डोडाणी, कांग्रेस के शहर अध्यक्ष रामू तिवारी, पूर्व पार्षद नंदू नागरकर, एमआईडीसी एसोसिएशन के अध्यक्ष मधुसुदन रुंगठा, योग नृत्य परिवार के गोपाल मुंधडा, सराफा एसोसिएशन अध्यक्ष राजेंद्र लोढा, डॉ. दाबेरे, मिलिंंद गंपावार, श्याम धोपटे, यंग चांदा ब्रिगेड की महिला शहर संगठक वंदना हातगावकर, महानगर अध्यक्ष पंकज गुप्ता, बंगाली समाज महिला शहर संगठक सविता दंडारे, सायली येरणे, अमोल शेंडे आदि उपस्थित थे। राहुल नार्वेकर के हाथों माता महाकाली मंदिर के सामने 151 फीट ऊंचे ध्वज का लोकार्पण, माता महाकाली की महाआरती की गई।
राहुल नार्वेकर ने कहा कि खूबसूरत सजावट से दिवाली जैसा प्रतीत हो रहा है। माता महाकाली मंदिर देश के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है। इस प्राचीन वास्तु को संजोकर रखा है। आज भारत चांद पर पहुंच गया है क्योंकि हमने अपनी संस्कृति को संरक्षित किया। पवित्र दीक्षाभूमि का विकास प्रगति पर है। विधायक किशोर जोरगेवार के राजमाता निवास पर जाकर उनकी माता गंगूबाई उर्फ अम्मा से मुलाकात कर अम्मा के टिफिन के बारे में जाना
महाकाली की पालकी का सपना हुआ पूरा : जोरगेवार : चंद्रपुर की आराध्य देवी माता महाकाली की पालकी का सपना गतवर्ष से शुरू किए पालकी से पूरा हुआ है। इसका आनंद होने की बात क्षेत्रीय विधायक किशोर जोरगेवार ने कही। सुबह जैन मंदिर से मताा महाकाली के चांदी की मूर्ति की शोभायात्रा निकाली गई। जिले वासियों के उत्साह को देखते हुए लगातार दूसरे वर्ष में आयोजन कर सके। अन्य अतिथियों ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर पद्श्री पुरस्कार प्राप्त परशुराम खुणे, राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त पुष्पा पोडे, चंद्रयान मुहिम में योगदान देने वाले जॉर्ज जिजू, शर्वरी गुंडावार और मानव वन्य जीव संघर्ष टालने में योगदान देनेवाले पशुवैद्यकीय अधिकारी डॉ. रविकांत खोब्रगडे को अतिथियों के हाथों सम्मानित किया गया।