जंगल राज: ताड़ोबा व्याघ्र प्रकल्प में पर्यटकों ने अनुभव किया रोमांच, जब आपस में भिड़ गए वनराज
- संघर्ष का हुआ वीडियो वायरल
- ऐसे संघर्ष में की बार बाघों की हो जाती है मौत
- देखने वालों में दहशत भी
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। बाघों के लिए प्रसिद्ध ताड़ोबा अंधारी प्रकल्प में सुबह की सफारी पर्यटकों के लिए रोमांचक रही। दो बाघों की आपसी लड़ाई पर्यटकों ने अनुभव की। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह वाकया ताड़ोबा के कौनसे क्षेत्र का है? इसका पता नहीं चला है। यह वीडियो सोमवार का बताया जा रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि, दहाड़ के साथ दो बाघ आपस में किस तरह से लड़ रहे हैं। जोरदार आवाज व संघर्ष को देखकर बाघों से कुछ दूरी पर खड़ी पर्यटक जिप्सी को भी पीछे हटना पड़ा। बता दें कि, बाघों का घर कहे जानेवाले ताड़ोबा में बाघों की संख्या बढ़ती जा रही है लेकिन बाघों की संख्या के अनुपात में जंगल कम पड़ने लगा है। अक्सर टेरीटरी, खाद्य, साथीदार जैसे कारणों को लेकर बाघ आपस में संघर्ष करते हैं। ऐसे संघर्ष में कभी बाघों की मौत भी हो जाती है। आपसी संघर्ष में बाघों की मौत होने के मामले सामने आ चुके हैं। वहीं भालू और बाघ के आमने-सामने आने के भी मामले सामने आए हैं।
बंद रहा शहर का गंजवार्ड और गोल बाजार : चंद्रपुर : कृषि उपज बाजार मंडी के सब्जी यार्ड में शुरू चिल्लर सब्जी बिक्री बंद करने की प्रमुख मांग समेत अन्य मांगों के लिए श्री महात्मा ज्योतिबा फुले सब्जी विक्रेता उपबाजार ने 12 फरवरी को मंडी के प्रवेश द्वार पर ठिया आंदोलन की चेतावनी दी थी। भले शनिवार की शाम बाजार मंडी की ओर से आश्वासन मिलने के बाद आंदोलन स्थगित कर दिया किंतु गंजवार्ड और गोल बाजार के सब्जी विक्रेताओं को इसकी सूचना न होने से दोनों बाजार सोमवार को बंद रहे। ज्ञात हो कि श्री महात्मा ज्योतिबा फुले सब्जी विक्रेता उपबाजार के प्रतिनिधि और पदाधिकारियों ने आरोप लगाया था कि कृषि मंडी में चिल्लर सब्जी बिक्री की वजह से अन्य बाजारों के विक्रेताओं पर भुखमरी की नौबत आ गई है। इसलिए मंडी में चिल्लर बिक्री बंद करने की प्रमुख मांग के लिए आंदोलन की चेतावनी दी थी। इस आशय के बैनर और पोस्टर भी लगा रखे थे। आम तौर पर रविवार को बाजार बंद रहने से चिल्लर विक्रेता शनिवार को अधिक माल खरीदकर रखते हैं।
सोमवार को बाजार बंद होने की वजह से शनिवार को चिल्लर व्यापारियों ने माल नहीं खरीदा और रविवार को बाजार बंद ही रहता है। शनिवार की देर शाम बाजार मंडी और श्री महात्मा ज्योतिबा फुले सब्जी विक्रेता उपबाजार के प्रतिनिधि और पदाधिकारियों के बीच समझौता हो गया किंतु अगले दिन रविवार को बाजार बंद था और आस पास के किसानों को भी बंद की जानकारी होने से बाजार में माल नहीं पहुंचा। जो पहुंचा चिल्लर विक्रेताओं ने उसे खरीदा नहीं। नतीजा शहर की दोनों मुख्य बाजार ठप रही है।