राहत: एक और बाघ को ट्रैंक्युलाइज कर पकड़ा
एक सप्ताह में तीन लोगों की हो चुकी है हमले में मौत
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। दक्षिण ब्रह्मपुरी वनपरिक्षेत्र अंतर्गत अवलगांव उपक्षेत्र में नर बाघ को ट्रैंक्युलाइज कर पिंजरे में कैद किया गया। ज्ञात हो कि 5 नवंबर की शाम 4 बजे लगभग ढाई वर्ष की बाघिन को वनविभाग ने इसी परिसर में ट्रैंक्युलाइज कर पिंजराबंद किया था।
ज्ञात हो कि बीते सप्ताह चार दिनों में तीन लोगों की बाघ के हमले में मौत हो गई थी। 29 अक्टूबर को चिमूर तहसील के विहिरगांव परिसर में मधुकर धाडसे (45) नामक चरवाहे की बाघ के हमले में मौत हो गई, 30 अक्टूबर को वरोरा तहसील के बेंबाल ग्राम निवासी किसान सूर्यभान हजारे (65) को खड़संगी वनपरिक्षेत्र में और 1 नवंबर को ब्रह्मपुरी तहसील के हलदा निवासी सायत्राबाई नामदेव कांबले (60) बाघ का शिकार हुई। घटना के बाद ब्रह्मपुरी के वन कर्मचारी बाघ को पकड़ने लगातार नजर बनाए थे। सोमवार की सुबह 8 बजे बाघ को पकड़ने में सफल हो गए। इस नर बाघ की आयु दो से ढाई वर्ष होगी।
5 नवंबर की शाम 4 बजे इसी परिसर में बाघिन को पकड़ा था। दो बाघों के पकड़े जाने से नागरिकों को राहत मिलेगी। पशुवैद्यकीय अधिकारी (वन्यजीव) ताड़ोबा अंधारी. व्याघ्र प्रकल्प चंद्रपुर तथा आर.आर. टी. प्रमख डॉ. आर. एस. खोब्रागडे, पुलिस कर्मी (शूटर) ए.सी. मराठे, बायोलॉजिस्ट राकेश आहूजा, वनविभाग ब्रह्मपुरी की टीम ने ट्रैंक्यूलाइज किया और बाघ को टी.टी.सी. चंद्रपुर ले जाया गया।
कार्रवाई वनपरिक्षेत्र अधिकारी (प्रादे.) दक्षिण ब्रह्मपुरी शेंडे के मार्गदर्शन में आर.आर.टी. सदस्य दीपेश टेंभुर्णे, योगेश लाकडे, गुरुनानक ढोरे, वसीम शेख, विकाश ताजने, प्रफुल.वाटगुरे, आर.आर. टी. वाहनचालक ए.डी. कोरपे, ए. एम. दांडेकर, आर.आर.टी.वाहन चालक, नुर अली सय्यद, जय सहारे आदि ने की है।