दुर्गापुर उपक्षेत्र में मिला बाघिन का शव
जनवरी से अब तक जिले में 10 बाघों की हो चुकी मौत
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर । चंद्रपुर वनविभाग के चंद्रपुर परिक्षेत्र अंतर्गत उपक्षेत्र दुर्गापुर, नियतक्षेत्र पायली, भटाली कक्ष क्रं. 881 में गश्त कर रहे कर्मचारियो को एक बाघिन का शव दिखाई दिया। 10 वर्षीय बाघिन के मौत की सूचना मिलते ही विभागीय वन अधिकारी, चंद्रपुर वनविभाग, राष्ट्रीय व्याघ्र संवर्धन प्राधिकरण (एनटीसीए) के सदस्य, प्रधान मुख्य वनसंरक्षक (वन्यजीव) के प्रतिनिधि ने क्षेत्रीय कर्मचारियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और मृत बाघिन के सभी अवयय जिसमें नाखून, दांत, मूंछ आदि बरामद किये गए।
मृत बाघिन को प्राथमिक उपचार केंद्र (टीटीसी) में लाया गया। जहां उसका शव विच्छेदन एनटीसीए के मार्गदर्शन में चंद्रपुर वनविभाग के विभागीय वन अधिकारी प्रशंत खाडे, पशुवैद्यकीय अधिकारी (वन्यजीव) डॉ रविकांत खोब्रागडे, ताड़ोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प, राष्ट्रीय व्याघ्र संवर्धन प्राधिकरण के सदस्य बंडू धोतरे, प्रधान मुख्य वनसंरक्षक (वन्यजीव) प्रतिनिधि मुकेश भांदककर, सहाय्यक वनसंरक्षक (तेंदू) एन.जे.चौरे, वनपरिक्षेत्र अधिकारी राहुल कोरकार और कर्मचारियों की उपस्थिति में किया गया। एनटीसीए के सूचना के अनुसार शव विच्छेदन के बाद प्राथमिक उपचार केंद्र में दहन कर दिया गया। बाघिन की मौत वृध्दावस्था और कार्डियाक अरेस्ट से होने का प्राथमिक अनुमान है। मृत बाघिन के नमूने जांच के लिए रासायनिक विश्लेषक, उपसंचालक पशु न्याय सहायक वैज्ञानिक प्रयोगशाला चंद्रपुर भेजा है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही बाघ की वास्ताविक मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा।
थम नहीं रहा बाघों की मृत्यु का सिलसिला : इसके पूर्व 3 जनवरी को ब्रम्हपुरी तहसील के मेंडकी के एक कुएं में गिरने से बाघ की मौत हो गई। 4 जनवरी को सावली में पिंजरे में कैद हुए बाघ की गोरेवाड़ा स्थित वन्यजीव संशोधन व प्रशिक्षण केंद्र में 14 जनवरी को उपचार के दौरान मौत हो गई। 15 जनवरी को भद्रावती तहसील के एक खेत में 6 वर्षीय बाघिन का शव बिजली के तारों में उलझा मिला था। 6 फरवरी को मूल तहसील के खेत में बिजली का करंट लगने से बाघिन की मौत हो गई थी। 11 फरवरी को वरोरा पाेथरा नदी में मरा हुआ बाघ मिला था। 26 फरवरी को चंद्रपुर बफर के जंगल में एक मरा हुआ बाघ मिला। 5 मार्च को ताड़ोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प के चंद्रपुर (बफर) वनपरिक्षेत्र के नियत क्षेत्र वरवट कक्ष क्रं. 386 में (टी-62) बाघिन मृत मिली थी। 25 मार्च को एक बाघिन और उसके मादा शावकों के शव मिले थे और 6 जून को बाघिन की मौत के साथ ही जनवरी से अब तक कुल 10 बाघों की मौत हो चुकी है।