चंद्रपुर: बाघ के हमले में चार खेतिहर मजदूर हुए घायल तीन गंभीर, इलाज के लिए नागपुर रेफर
- धान के खेत में काम रहे खेतिहर मजदूरों पर हमला
- खात लगाए बैठे बाघ ने किया घायल
- इलाज के लिए नागपुर रेफर किया गया
डिजिटल डेस्क, चिमूर (चंद्रपुर)। धान के खेत में काम रहे खेतिहर मजदूरों पर घात लगाए बैठे बाघ ने हमला कर दिया। हमले में तीन मजदूर और एक वनविभाग का कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गया। पहली घटना 12.30 बजे की है, जिसमें खेतिहर मजदूर घायल हो गया, 1.30 बजे दूसरा मजदूर खेत में लकड़ियां गाड़ रहा तो बाघ ने उस पर हमला कर घायल कर दिया, तीसरा मजदूर खेत में काम रहा था उस पर भी बाघ ने हमला किया, जिसमें वह घायल हो गया।
चौथा वनविभाग का कर्मचारी शाम के समय पर बाघ गया कि नहीं यह देखने गया तो उस पर हमला किया। घटनाएं चिमूर प्रादेशिक वनविभाग अंतर्गत गरडापार, उरकुडपार खेत परिसर में रविवार की दाेपहर से शाम के दौरान वनविभाग के टीम की आंखों के सामने हुई। चारों घायलों में गरडापार निवासी कवडू सावसाकडे, बालाजी नन्नावरे, वनमजदूर बाबाराव दडमल, खेतिहर मजदूर उरकुडपार दामोधर नन्नावरे शामिल हैं। चारों को उपचार के लिए चिमूर के उपजिला अस्पताल में भर्ती किया गया किंतु उनकी हालत गंभीर होने से सभी को नागपुर रेफर कर दिया गया है। सूचना मिलते ही वन विभाग और पुलिस विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। लेकिन ऐसा लगता है कि वन विभाग बाघ का बंदोबस्त करने अथवा उसे वहां से खदेड़ने में विशेष रूप से विफल रहा है।
फिलहाल फिर से बारिश हो रही है, रात में कितने लोग घायल होंगे यह कह पाना मुश्किल है, लेकिन घटनास्थल के पास बाघ के सुअर पर हमले की जानकारी मिली है। विधायक बंटी भांगडिया के आदेश पर भाजपा ओबीसी आघाड़ी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजू देवतले, युवा मोर्चा प्रदेश सचिव मनीष तुम्पल्लीवार, तहसील अध्यक्ष बालू पिसे, तहसील महामंत्री प्रशांत चिडे, बाजार समिति संचालक कैलास धनोरे, सतीश जाधव, कुणाल कावरे ने घायलों से मुलाकात की और उपचार में उनकी मदद की है। खेत परिसर में बाघ ने दहशत मचा रखी है। इस दौरान चार लोगों पर हमला कर चुका है। इसलिए किसानों ने वनविभाग से बाघ के बंदाेबस्त की मांग की है। रात भर परिसर में बाघ की दहशत बनी रहेगी।