भोपाल: सोपास ने मांगों को लेकर एक दिन हजारों स्कूल बंद रख, शासन को 25 तक का दिया अल्टीमेटम
- सोसायटी फॉर प्राइवेट स्कूल डायरेक्टर्स (सोपास) ने लिया बड़ा फैसला
- अशासकीय शिक्षण संस्थानों के संचालन में आ रही व्यवहारिक समस्याओं के निराकरण की मांग रही वजह
- एमपी बोर्ड और सीबीएसई के हजारों विद्यालय बंद रहे
डिजिटल डेस्क, भोपाल। सोसायटी फॉर प्राइवेट स्कूल डायरेक्टर्स (सोपास) ने प्रदेश में संचालित अशासकीय शिक्षण संस्थानों के संचालन में आ रही व्यवहारिक समस्याओं के निराकरण की मांग लेकर प्रदेश के प्रत्येक जिले में अशासकीय शालाओं को बंद रखा। जिसमें एमपी बोर्ड और सीबीएसई के हजारों विद्यालय बंद रहे।
सोमवार को मीडिया से चर्चा करते हुए सोपास के प्रदेश अध्यक्ष डॉ आशीष चटर्जी ने बताया कि हमने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आग्रह किया है कि उनके मार्गदर्शन में प्रदेश को देश में शिक्षा की गुणवत्ता के उच्च मुकाम तक पहुंचाने में सभी संचालक एकजुटता से कार्य करने के लिए तत्पर हैं। हमने मुख्यमंत्री से मुलाकात का समय भी मांगा है साथ ही आग्रह किया गया है कि संचालकों के पक्ष में 25 सितंबर तक सभी मांगो को स्वीकार करें।
सोपास कहना है कि मप्र के शिक्षा के क्षेत्र में अशासकीय विद्यालयों का बहुत अधिक महत्व होते हुए भी शिक्षा विभाग/सरकार द्वारा उन्हें सदैव अनदेखा किया जाता है। शिक्षा विभाग द्वारा विभिन्न अटपटे नियमों के जाल में फंसाकर उनके अस्तित्व को खतरे में डाल रहे हैं। शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा हम संचालकों की न्यायपूर्ण मांगें नहीं सुनी जा रही हैं। पूर्व में अनेकों बार ज्ञापन देने के बाद भी हमारी ये सामान्य सी समस्याओं का हल नहीं हो पाया इसी बात को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के विभिन्न विद्यालय संगठन एक ही मंच से समस्यायों के निराकरण हेतु एकजुट होकर प्रदेश स्तर पर अपनी बात सरकार तक पहुंचाने के लिए बंद में शामिल हुए।