अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस: महिला दिवस पर शाकाहारी महिलाओं ने लिया कायस्थ समाज को दहेज और मांसाहार मुक्त बनाने का संकल्प।
कायस्थ बंधु समिति ने किया 11शाकाहारी महिलाओं को चित्रगुप्त सम्मान से सम्मानित।
डिजिटल डेस्क, भोपाल। "यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता:", जहाँ नारी का सम्मान हो वहाँ देवी देवताओं का वास होता है। नारी एक एसी शक्ति है जो समाज के हर क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव कर सकती है। बस जरुरत है तो उन्हे मान सम्मान के साथ स्वाभिमान जागृत करने की, तभी हम बेहतर समाज की कल्पना कर सकते है। नारी सम्मान के बिना किसी भी समाज का विकास संभव नहीं है। नारी का समाज में श्रेष्ठ स्थान है।
इसी उददेश्य को लेकर 8 मार्च अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के शुभ अवसर पर कायस्थ बंधु पत्रिका समिति भोपाल की ओर से महिला शक्ति सम्मान कार्यक्रम किया गया है। यह सम्मान कार्यक्रम हर साल की तरह इस बार भी कायस्थ समाज की शाकाहारी महिलाओं के सम्मान में भोपाल के कोलार राजवेद कालोनी में प्रेम कुमार खरे के घर पर चित्रगुप्त सम्मान कार्यक्रम रखा गया है। इस सम्मान कार्यक्रम में भोपाल के विभिन्न क्षेत्रों से एसी महिलाओं को आमंत्रित कर सम्मान दिया गया है जो लम्बे समय से कायस्थ बंधु द्वारा आयोजित दहेज एवम मांसाहार मुक्त अभियान का समर्थन कर रही है। समिति के अध्यक्ष गिरीश श्रीवास्तव ने सभी सम्मानित 11 शाकाहारी महिला शक्ति को पीले गमछे पहनाकर सम्मान में शाल श्रीफल के साथ प्रशस्ति पत्र प्रदान किये हैं।
इस शुभ अवसर पर सम्मानित महिलाओं ने समाज को दहेज, मांसाहार मुक्त के साथ-साथ नशा मुक्त बनाने के लिये महा अभियान में सहभागिता करने पर जोर दिया है। समिति के अध्यक्ष गिरीश श्रीवास्तव ने कहा कि महिलाओं के सम्मान को लेकर कायस्थ बंधु समिति घर-घर चित्रगुप्त, घर-घर सम्मान कार्यक्रम आगे भी निरंतर करती रहेगी। यह सम्मान मुख्य रूप से वरिष्ट समाज सेवी अनीता श्रीवास्तव, सुषमा खरे, छाया सक्सेना, मंजू खरे, आराधना श्रीवास्तव, साधना श्रीवास्तव, के अलावा सिद्धि खरे, प्रियंका श्रीवास्तव, मोनिका खरे, प्रतीक्षा श्रीवास्तव सहित को दिया गया है। कार्यकम में राधेश्याम श्रीवास्तव, दीपक श्रीवास्तव, एच डी खरे, सलिल श्रीवास्तव, रिषी सक्सेना एवम विनय खरे, विनीत खरे सहित ने सहभागिता की।