Fed Expo 2024: भेल 450 करोड़ रूपये का हर साल एमएसएमई सेक्टर से परचेस करता है - पंकज झा

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-21 11:32 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। भेल 450 करोड़ रूपये का हर साल एमएसएमई सेक्टर से परचेस करता है। यह जानकारी शनिवार को फेड एक्सपो के दूसरे दिन के आयोजन में पंकज झा, भारत इलेक्ट्रीकल लिमिटेड (भेल) ने दी। मध्य प्रदेश में फेडरेशन द्वारा आयोजित फेड एक्सपो 2024 में आज के सत्र में भेल, बीना रिफायनरी (बीपीसीएल), वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे, क्राम्टन ग्रिव्स एवं केएम दस्तूर कंपनी द्वारा अपने उत्पादों एवं वेंडर के संबंध में जानकारी प्रदान की।

इस दौरान पंकज झा ने भेल, भोपाल के कई उत्पादों की लिस्ट शेयर की जिनकी उन्हें ग्लोबल टेंडर करना होता है और इसके लिए उन्हें लोकल वेंडर की आवश्यकता रहती है। जिसमें कई प्रकार के रोटर, माड्यूलर कास्टींग, रिर्टनिंग रिंग इत्यादि शामिल है। इन्होंने बताया कि अभी भेल की कुल इकाईयो के पास कुल 1,35,000 करोड़ के आर्डर है।

अपने प्रोडक्ट के बारे में दी जानकारी

वहीं बीना रिफायनरी (बीपीसीएल) के दुर्गेश शर्मा, कमर्शियर हेड ने उद्बोधन में कहा कि बीना रिफायनरी का नया पेट्रोकेमिकल प्रोजेक्ट प्रारंभ होने जा रहा है जिसमें 45000 करोड़ के निवेश किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट मे लगने वाले बहुत सारे प्रोडक्ट के बारे में उन्होंने जानकारी दी। साथ ही उन्होने कहा कि प्रदेश की एमएसएमई को उनके प्रोजेक्ट में वेंडर के रूप में कार्य चाहिए। वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे से पधारे प्रदीप कुंदलकर ने 50 से ज्यादा उत्पादों की लिस्ट शेयर की जिसके लिए उन्हें वेंडर की आवश्यकता होती है। क्राम्टन ग्रीव्स के जीएम सुनील केलकर ने अपने उत्पादों की लिस्ट प्रदर्शित की जिसके लिए उन्हें वेंडर की आवश्यकता होती है। इसके साथ ही उन्होंने विडियो प्रेजेन्टेशन के माध्यम से क्राम्टन ग्रीव्स में बनने वाले उत्पादों की जानकारी सभी को दी।

ऐसे कर सकते वेंडर रजिस्ट्रेशन

इसके साथ ही सभी कंपनियों ने उनके यहां किस प्रकार से वेंडर रजिस्ट्रेशन कर सकते इसकी पूरी प्रक्रिया बताई। फेडरेशन के अध्यक्ष डॉ. आरएस गोस्वामी ने उपस्थित औद्योगिक इकाईयों को संबोधित करते हुए कहा कि इस फेड एक्सपो, बायर-सेलर मीट से प्रदेश की एमएसएमई को बहुत लाभ प्राप्त होगा और यह उनके लिए एक बेहतर मंच साबित होगा। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश की इकाईयों विशेषकर गोविंदपुरा एवं मंडीदीप की औद्योगिक इकाईयों में विकास की अपार संभावनाऐं है और हम देख पा रहे है कि प्रदेश की एंकर यूनिट्स (पीएसयू एवं लार्ज मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां) के वेंडर लिस्ट में हमारी भागीदारी कम है जबकि एंकर यूनिट चाहती है कि प्रदेश की एसएमई उनके वेंडर बने, हमें इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए और भेल, बीना रिफायनरी (बीपीसीएल), वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे, क्राम्पटन ग्रीव्स आदि के साथ ही अन्य एंकर यूनिट्स को भी एप्रोच करना चाहिए।

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