अमृत महोत्सव: साहित्यकार वीरेंद्र जैन के 75 वें जन्मदिन पर अमृत महोत्सव आयोजित

परसाई की परंपरा के व्यंगकार हैं वीरेंद्र जैन

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-14 11:39 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। व्यंग्य की दो प्रधान धाराओं में वीरेंद्र जैन परसाई की परंपरा के व्यंगकार हैं, उनका लेखन अभी और प्रकाशित होना चाहिए ताकि हिंदी व्यंग्य परंपरा और भी समृद्ध हो। उक्त विचार देश के लब्ध प्रतिष्ठित व्यंग्कार पद्मश्री ज्ञान चतुर्वेदी ने अपने अग्रज व्यंगकार और मध्यप्रदेश जनवादी लेखक संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र जैन के 75वें जन्मदिवस पर आयोजित अमृत महोत्सव में मुख्य अतिथि की आसंदी से व्यक्त किए। कार्यक्रम में वीरेंद्र जैन की संस्मरण केंद्रित पुस्तक "मील के पत्थर और सायादार पेड़" का विमोचन कार्यक्रम भी संपन्न हुआ।

साहित्य की दुनियां में 75 वर्ष की उम्र में मनाए जाने वाले अमृत महोत्सव की परंपरा में वीरेंद्र जैन का 75 वां जन्मदिन उनके साथी लेखकों के साथ मध्यप्रदेश जनवादी लेखक संघ, मध्यप्रदेश प्रगतिशील लेखक संघ और मध्यप्रदेश हिंदी साहित्य सम्मेलन के साथ लोकजतन के संयुक्त तत्वाधान में मनाया गया जिसमें कवि राजेश जोशी, आलोचक राम प्रकाश त्रिपाठी, संपादक लोकजतन कामरेड बादल सरोज आदि के व्याख्यान संपन्न हुए। कार्यक्रम में मीडिया संस्थानों के प्रबंध निदेशक डा एम एल सोनी भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में अतिथियों के द्वारा द्वीप प्रज्वलन और उनके स्वागत के उपरांत प्रसिद्ध आलोचक राम प्रकाश त्रिपाठी ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में कहा कि वीरेंद्र जैन ने व्यंग के साथ हर विधा में प्रचुर लेखन किया है जो उनकी विराट प्रतिभा का परिचायक है। कवि राजेश जोशी ने अपने वक्तव्य में उनकी जनपक्षधर प्रतिबद्धता को रेखांकित किया तो वहीं कामरेड बादल सरोज ने अपने विस्तृत उद्बोधन में वीरेंद्र जैन और दतिया जिले के संबंधों का विश्लेषण करते हुए कहा कि वीरेंद्र जैन को समझने के पहिले दतिया को समझना होगा। लोक की धौंस के साथ मुख्य धारा की समझ एक अद्भुत संयोजन क्रिएट करती है जो पिछले पचास साल से लिख रहे वीरेंद्र जैन के लेखन की खास पहिचान है उनके लेखन को समझने के लिए उनकी जन्मभूमि दतिया की संस्कृति को भी समझना होगा। कार्यक्रम में मीडिया समूहों से संबद्ध डॉ. एम एल सोनी ने अपने संस्मरणात्मक वक्तव्य में कहा कि वीरेंद्र जैन एक समर्पित बैंक अधिकारी के रूप में भी जाने जाते रहे और उनकी ईमानदारी और कर्त्तव्यपरायणता एक मिसाल है।

कार्यक्रम में उपस्थित कवियों ने देर रात तक कविताएं सुनाकर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध किया। आयोजन में वीरेंद्र जैन ने भी अपनी प्रतिनिधि रचनाओं का पाठ किया। कार्यक्रम का संचालन प्राध्यापक डॉ. निलय गोस्वामी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भोपाल के साहित्यकार, पत्रकार, कवि मीडियाकर्मी आदि उपस्थित रहे।

लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित उप जिलाधीश अंकिता पाटकर को किया सम्मानित

कार्यक्रम में राजधानी की आराध्या एकेडमी की छात्रा कुमारी अंकिता पाटकर को मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा घोषित राज्य सेवा परीक्षा के चयन परिणाम में उप जिलाधीश के पद पर चयनित होने पर अंकिता और उनकी प्रशिक्षण संस्था की निदेशक पूनम भटनागर एवं रजनीश भटनागर को सम्मानित किया गया। ज्ञातव्य है कि मध्य प्रदेश शासन पिछड़ा वर्ग कल्याण के सहयोग से पीपुल्स जनरल एसोसियेशन के तत्वाधान में संबंधित छात्र छात्राओं को लोक सेवा आयोग की परीक्षा का निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है। 

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