उद्धव पर शिंदे भारी
शिंदे शिवसेना गुट को 40 विधायकों का समर्थन मिला हुआ, जबकि उद्धव गुट को 15 विधायकों का सपोर्ट है। दोनों ही गुटों ने एक दूसरे के खिलाफ अयोग्य घोषित करने की मांग की है।
दल बदल कानून में कुल 55 विधायकों के दो तिहाई के आंकड़ों के लिहाज से देंखे तो शिंदे गुट उद्धव गुट पर भारी पड़ रहा है। ऐसे में उद्धव गुट के हाथ निराशा लगने की संभावना बढ़ जाती है। स्पीकर का फैसला शिंदे गुट के पक्ष में आया तो उद्धव गुट के विधायकों को अयोग्य ठहराया जाएगा।
वैसे आपको बता दें शिंदे गुट को इससे पहले जुलाई 2022 में फ्लोर टेस्ट, सुप्रीम कोर्ट से सरकार को हरा सिंग्नल, चुनाव आयोग से मूल शिवसेना के चुनाव चिह्न मिल चुके है. यानि अधिकतर फैसले शिंदे के पक्ष में रहे है।
Update: 2024-01-10 08:12 GMT