घोषणा: शहरी सहकारी बैंक अब चार लाख तक दे सकेंगे गोल्ड लोन
मौद्रिक सीमा दो लाख रुपये से बढ़ाकर चार लाख रुपये करने की घोषणा
डिजिटल डेस्क,मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को शहरी सहकारी बैंकों के लिए बुलेट पुनर्भुगतान योजना के तहत दिए जाने वाले स्वर्ण ऋण की मौद्रिक सीमा दो लाख रुपये से बढ़ाकर चार लाख रुपये करने की घोषणा की। यह सिर्फ उन्हीं बैंको के लिए लागू होगा जिन्होंने 31 मार्च 2023 तक समग्र प्राथमिक क्षेत्र ऋण (पीएसएल) का लक्ष्य और उप लक्ष्य पूरा कर लिया है।
आरबीआई के एक बयान के अनुसार, इन बैंकों को उसके बाद लक्ष्य और उप-लक्ष्यों को पूरा करना जारी रखना होगा और इस मामले पर विस्तृत दिशानिर्देश अलग से जारी किए जाएंगे। केंद्रीय बैंक ने कहा कि यह कदम 31 मार्च 2023 तक निर्धारित पीएसएल लक्ष्यों को पूरा करने वाले यूसीबी को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
यूसीबी ने छोटे और सीमांत उधारकर्ताओं की वित्त पोषण आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बुलेट भुगतान योजना के तहत सोने और सोने के आभूषणों के खिलाफ ऋण की सीमा को दो लाख रुपये से बढ़ाकर पाँच लाख रुपये करने की मांग की थी।
आरबीआई ने 2007 में शुरू में एक लाख रुपये तक के स्वर्ण ऋण के बुलेट पुनर्भुगतान की अनुमति दी थी, जिसे बाद में 2014 में बढ़ाकर दो लाख रुपये कर दिया गया। पुनर्भुगतान को 12 महीने तक सीमित कर दिया गया। इस योजना को अब और अधिक उदार बना दिया गया है।
--आईएएनएस
अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|