आपको भुलाया नहीं जाएगा: रतन टाटा के निधन पर अंबानी-अदाणी से लेकर पिचाई तक ने इन शब्दों में दी श्रद्धांजलि

  • मुकेश अंबानी ने कहा, मैंने अपना प्रिय मित्र खो दिया
  • आनंद महिन्द्रा ने कहा, आपको भुलाया नहीं जाएगा
  • हर्ष गोयनका ने पोस्ट में लिखा, घड़ी की सुई थम गई

Bhaskar Hindi
Update: 2024-10-10 09:26 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के जाने-माने उद्योगपति और समाजसेवी रतन नवल टाटा (Ratan Naval Tata) ने बीते रात इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उन्होंने 86 साल की आयु में 9 अक्टूबर को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके निधन के बाद उद्योग जगत में शोक की लहर दौड़ गई है और देश दुनिया से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। वहीं देश के दिग्गज कारोबारी मुकेश अंबानी, गौतम अदाणी और आनंद महिंद्रा के अलावा गूगल सीईओ सुंदर पिचाई तक ने अपनी प्रतिक्रियाओं से उन्हें श्रद्धांजलि दी है।

मुकेश अंबानी

रिलायंस के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने अपने शोक संदेश में कहा, 'यह भारत और भारतीय उद्योग जगत के लिए बहुत दुखद दिन है। रतन टाटा का निधन न केवल टाटा समूह के लिए बल्कि प्रत्येक भारतीय के लिए बड़ी क्षति है। व्यक्तिगत स्तर पर रतन टाटा के निधन से मुझे बहुत दुख हुआ है क्योंकि मैंने एक प्रिय मित्र खो दिया है।

गौतम अडानी

अरबपति गौतम अडानी ने रतन टाटा को श्रद्धांजलि देते हुए अपनी पोस्ट में लिखा कि, भारत ने एक दिग्गज, एक दूरदर्शी व्यक्ति को खो दिया है जिन्होंने आधुनिक भारत के मार्ग को फिर से परिभाषित किया। रतन टाटा सिर्फ एक कारोबारी नेता नहीं थे, उन्होंने ईमानदारी, करुणा और व्यापक भलाई के लिए एक अटूट प्रतिबद्धता के साथ भारत की भावना को मूर्त रूप दिया। उनके जैसे दिग्गज अमर रहते हैं। ओम शांति।

आनंद महिंद्रा

महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने ट्वीट किया, "मैं रतन टाटा की अनुपस्थिति को स्वीकार नहीं कर पा रहा हूं। भारत की अर्थव्यवस्था ऐतिहासिक छलांग लगाने के कगार पर है और रतन के जीवन और कार्य का हमारे इस स्थिति में होने में बहुत बड़ा योगदान है। इसलिए, इस समय उनका मार्गदर्शन और अमूल्य होता। उनके जाने के बाद, हम बस यही कर सकते हैं कि उनके उदाहरण का अनुकरण करने के लिए प्रतिबद्ध हों। क्योंकि वह एक ऐसे व्यवसायी थे जिनके लिए वित्तीय संपत्ति और सफलता सबसे उपयोगी तब थी जब इसे वैश्विक समुदाय की सेवा में लगाया जाता था। अलविदा और भगवान की कृपा हो। आपको भुलाया नहीं जाएगा। क्योंकि किंवदंतियां कभी नहीं मरतीं... ओम शांति।

हर्ष गोयनका

आरपीजी ग्रुप के चेयरमैन हर्ष गोयनका ने अपनी पोस्ट में लिखा, 'घड़ी की सुई थम गई है। टाइटन अब नहीं रहे। रतन टाटा नैतिक नेतृत्व, ईमानदारी और परोपकार का एक प्रतीक थे, जिन्होंने व्यापार जगत और उससे परे अपनी अमिट छाप छोड़ी है। वे हमारी यादों में हमेशा रहेंगे। श्रद्धांजलि।

सुंदर पिचाई

गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट में लिखा, 'रतन टाटा के साथ गूगल में मेरी आखिरी मुलाकात हुई थी। यहां हमने वेमो की प्रगति के बारे में बात की और उनका विजन सुनना प्रेरणादायक था। वे एक असाधारण व्यवसाय और परोपकारी विरासत छोड़ गए हैं और भारत में आधुनिक व्यावसायिक नेतृत्व को मार्गदर्शन और विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्हें भारत को बेहतर बनाने की गहरी चिंता थी। उनके प्रियजनों के प्रति गहरी संवेदना और श्री रतन टाटा जी को शांति मिले।

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