GDP: यूएन ने घटाया भारत का जीडीपी ग्रोथ का अनुमान, 5.7% रह सकती है इकनॉमिक ग्रोथ
GDP: यूएन ने घटाया भारत का जीडीपी ग्रोथ का अनुमान, 5.7% रह सकती है इकनॉमिक ग्रोथ
- उभरते देश की जीडीपी वृद्धि में तेजी आने का अनुमान
- पहले 7.6 प्रतिशत ग्रोथ का यूएन ने अनुमान लगाया था
- वित्तवर्ष 2019-20 में 5.7 प्रतिशथ के ग्रोथ का अनुमान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र संघ ने भारत के जीडीपी ग्रोथ अनुमान को घटा दिया है। यूएन के अनुसार चालू वित्तवर्ष में इकनॉमिक ग्रोथ 5.7% रह सकती है। इससे पहले विश्व बैंक ने भी भारत के विकास दर में कटौती का अनुमान लगाया था। वर्ल्ड बैंक के अनुसार भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट सिर्फ 5 फीसदी रहेगी। वहीं अगले साल जीडीपी में 5.8 फीसदी बढ़त का अनुमान लगाया है।
अगले वित्तवर्ष 6.6% रहने का अनुमान
वहीं यूएन ने अगले वित्तवर्ष में भारत में इकनॉमिक ग्रोथ 6.6% रहने का अनुमान जताया है। इससे पहले 7.4 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की जीडीपी ग्रोथ पिछले साल 6.8 प्रतिशत रही।
विश्व बैंक ने भी अनुमान घटाया
विश्व बैंक ने भारत के जीडीपी ग्रोथ में कटौती का अनुमान लगाया है। वर्ल्ड बैंक के अनुसार भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट सिर्फ 5 फीसदी रहेगी। अगले साल जीडीपी में 5.8 फीसदी बढ़त का अनुमान लगाया है। इससे पहले पिछले साल अक्टूबर में वर्ल्ड बैंक ने कहा था, वित्तवर्ष 2019-20 के लिए भारत के जीडीपी में 6 प्रतिशत ग्रोथ हो सकती है। विश्व बैंक के मुताबिक बांग्लादेश भारत से आगे रहा है। बांग्लादेश में इस वित्तवर्ष 7 फीसदी जीडीपी बढ़ोत्तरी हो सकती है। वहीं पाकिस्तान की जीडीपी सिर्फ 3 फीसदी रहने का अनुमान है।
पूर्वानुमान में भी 5 फीसदी बढ़त
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी पूर्व अनुमान में भी कहा गया है कि देश में जीडीपी में 5 फीसदी की बढ़त होगी। मंगलवार को सरकार ने जीडीपी के पूर्वानुमान के आंकड़े पेश किए। इसमें कहा गया, वित्तवर्ष 2019-2020 में जीडीपी ग्रोथ पांच फीसदी रह सकती है। इससे पहले 2018-19 में ग्रोथ 6.8 प्रतिशत थी। वहीं वित्तवर्ष 2017-19 में 7.2 फीसदी जीडीपी ग्रोथ थी।