जेट एयरवेज के शेयर में रिकॉर्ड बढ़त, 122% की तेजी के साथ हुआ बंद
जेट एयरवेज के शेयर में रिकॉर्ड बढ़त, 122% की तेजी के साथ हुआ बंद
- BSE पर यह (93.35%) 30.91 रुपए की बढ़त के साथ 64 रुपए पर बंद हुआ
- NSE पर यह 40.45 रुपए (122.21%) बढ़कर 73.55 पर बंद हुआ
- जेट एयरवेज के शेयर में गुरुवार को 122 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली
डिजिटल डेस्क, मुंबई। जेट एयरवेज के शेयर में गुरुवार को 122 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली। NSE पर यह 40.45 रुपए (122.21%) बढ़कर 73.55 पर बंद हुआ। BSE पर इंट्राडे में एयरलाइन कंपनी का शेयर करीब 133 फीसदी तक मजबूत होकर 77.35 रुपये के भाव तक पहुंच गया था। हालांकि शाम को ये (93.35%) 30.91 रुपए की बढ़त के साथ 64 रुपए पर बंद हुआ। शॉर्ट कवरिंग और NCLT का फैसला जेट के लिए पॉजिटिव होने की उम्मीद में शेयर में इतनी तेजी देखी गई है। एक्सचेंज ने जेट एयरवेज से इस मामले में स्पष्टीकरण भी मांगा है।
जेट एयरवेज के शेयर गुरुवार सुबह लगभग 30 रुपये पर खुले। बुधवार को यह 33.10 रुपये पर बंद हुआ था। शेयर की कीमतें धीरे-धीरे बढ़ने से पहले जेट ने लगभग दो घंटे तक इसी भाव के आस पास कारोबार किया। दोपहर 3:20 बजे, बाजार बंद होने से कुछ मिनटों पहले, जेट का शेयर 48.30 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा था। अगले सात मिनट में, कीमतें प्रति शेयर 133 प्रतिशत बढ़कर 77.35 रुपये तक पहुंच गईं। हालांकि कारोबार के अंत में शेयर 93 फीसदी बढ़कर 64 रुपये पर बंद हुआ। इंट्राडे में शेयर ने 27 रुपए का लो भी लगाया।
कंपनी के कुल 1.21 करोड़ शेयरों ने आज बीएसई पर एक निवेशक के हाथ से दूसरे निवेशक के हाथ में गए, जो दो सप्ताह के औसत 23.92 लाख शेयरों के मुकाबले पांच गुना अधिक है। बाजार को लगता है कि नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) का फैसला जेट एयरवेज के लिए पॉजिटिव हो सकता है। इसी के चलते शेयर में एक ही दिन में इतनी तेजी देखने को मिली। मार्केट एक्सपर्ट का कहना है FO सेमगमेंट में जुलाई सीरीज से ये शेयर ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध नहीं होगा। इसीलिए इस तेजी का कारण भारी शॉर्ट कवरिंग भी है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की अगुवाई में कर्जदाताओं के एक कंसोर्टियम ने NCLT में जेट के खिलाफ दिवालिया याचिका दायर की थी। एयरलाइन को टेकओवर करने के लिए कोई आकर्षक प्रस्ताव न मिलने के बाद कंसोर्टियम ने ये फैसला लिया था। जेट एयरवेज के ऑपरेशन 17 अप्रैल से बंद है। एयरलाइन पर करीब 8.74 करोड़ रुपये का बकाया है। जेट एयरवेज के करीब 20 हजार कर्मचारियों को चार महीने से वेतन नहीं मिला है। पिछले कुछ वर्षों में एयरलाइन को 13,000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।