PNB घोटाले से बढ़ा है संदेसरा भाइयों का फर्जीवाड़ा, लगाया 15 हजार करोड़ का चूना

PNB घोटाले से बढ़ा है संदेसरा भाइयों का फर्जीवाड़ा, लगाया 15 हजार करोड़ का चूना

Bhaskar Hindi
Update: 2019-06-29 12:22 GMT
PNB घोटाले से बढ़ा है संदेसरा भाइयों का फर्जीवाड़ा, लगाया 15 हजार करोड़ का चूना
हाईलाइट
  • 5
  • 383 करोड़ रुपए के बैंक फ्रॉड के आरोप 2017 में एफआईआर की रजिस्टर
  • नीरव मोदी पर पंजाब नैशनल बैंक को 11
  • 400 करोड़ रुपए घोटाले का आरोप
  • संदेसरा भाइयों ने भारतीय बैंकों की विदेशी शाखाओं से भी लिया है लोन

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय बैंकों को चूना लगाने वाले नीरव मोदी की खबरें अब तक खूब सुनी हैं, लेकिन इससे भी कई गुना ज्यादा चूना लगाया है संदेसरा भाइयों ने। हाल ही में यह दावा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने किया है। जिसके अनुसार संदेसरा ब्रदर्स द्वारा किया गया घोटाला PNB घोटाले से भी बड़ा है।

सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि जांच में स्टर्लिंग बायोटेक लि. (एसबीएल)/ संदेसरा ग्रुप और इसके मुख्य प्रमोटरों, नितिन संदेसरा, चेतन संदेसरा और दीप्ति संदेसरा ने भारतीय बैंकों के साथ लगभग 14,500 करोड़ रुपए का फर्जीवाड़ा किया। जबकि नीरव मोदी पर पंजाब नैशनल बैंक को 11,400 करोड़ रुपए के फ्रॉड का आरोप है। 

9 हजार करोड़ रुपए का लिया था लोन
सूत्रों के मुताबिक, जांच के दौरान पता चला कि संदेसरा ग्रुप के विदेशों में स्थित कंपनियों ने भारतीय बैंकों की विदेशी शाखाओं से 9 हजार करोड़ रुपए लोन लिया था। ग्रुप को आंध्र बैंक, यूको बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), इलाहाबाद बैंक और बैंक ऑफ इंडिया (BOI) की अगुवाई वाले बैंकों के कंसोर्टियम ने लोन पास किया। 

CBI की FIR के अनुसार संदेसरा बंधुुओं की कंपनी स्टर्लिंग बायोटेक ने आंध्रा बैंक की अगुवाई वाले बैंकों के संघ से 5000 करोड़ रुपए ऋण लिए थे, जिन्हें चुकाया नहीं गया। यह NPA बन गया।

2017 में FIR रजिस्टर
मालूम हो कि स्टर्लिंग बॉयोटेक के मालिक संदेसरा बंधुओं चेतन जयंतीलाल संदेसरा और नितिन जयंतीलाल संदेसरा पर फर्जी कंपनियां बनाकर बैंकों से लोन लेने का आरोप है। CBI ने 5,383 करोड़ रुपए के बैंक फ्रॉड के आरोप में कंपनी और उसके प्रमोटरों के खिलाफ अक्टूबर 2017 में एफआईआर रजिस्टर किया था। उसके बाद ईडी ने भी मुकदमा दायर किया। 

9,778 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त
इस मामले में स्टर्लिंग बायोटेक के साथ ही कंपनी के निदेशकों चेतन जयंतीलाल संदेसरा, दीप्ति चेतन संदेसरा, राजभूषण ओमप्रकाश दीक्षित, नितिन जयंतीलाल संदेसरा और विलास जोशी, सीए हेमंत गर्ग आदि को आरोपी बनाया गया था। ईडी ने 27 जून को एसबीएल/संदेसरा ग्रुप का 9,778 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की थी। फिलहाल संदेसरा ब्रदर्स फरार है और उसके खिलाफ ईडी के अनुसार लुकआउट नोटिस भी जारी हुआ था। हालांकि संदेसरा बंधु कहां हैं, यह पता नहीं चल सका है। 

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