RBI MPC MEET: रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में नहीं किया कोई बदलाव, रेपो रेट 4 प्रतिशत पर बरकरार
RBI MPC MEET: रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में नहीं किया कोई बदलाव, रेपो रेट 4 प्रतिशत पर बरकरार
- ब्याज दरों में नहीं किया कोई बदलाव
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की तीन दिवसीय समीक्षा खत्म हो गई है। शुक्रवार सुबह आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समीक्षा को पेश किया। मॉनिटरी पॉलिसी की घोषणा के अनुसार रिजर्व बैंक ने नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। वर्चुअली समीक्षा के दौरान RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि, मॉनिटर पॉलिसी ने एकमत से ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है।
रेपो रेट 4 पर्सेंट, रिवर्स रेपो रेट 3.5 पर्सेंट और बैंक रेट 4.25 फीसदी पर बरकरार रखा गया है। अन्य दरों में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसका सीधा मतलब यह है कि लोगों के लोन EMI पर भी कोई असर नहीं पड़ेगा और वे यथावत रहेंगी। आपको बता दें कि इसके पहले 5 बार रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है।
Marginal Standing Facility (MSF) rate and bank rates remain unchanged at 4.25%. The reverse repo rate also remains unchanged at 3.35%: RBI Governor Shaktikanta Das pic.twitter.com/fcUiaNWG2c
— ANI (@ANI) June 4, 2021
आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास ने ब्याज दरों में बदलाव नहीं करने को लेकर, कहा कि लगातार बढ़ती महंगाई के कारण रिजर्व बैंक के मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी ने पॉलिसी रेट में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है। आरबीआई गवर्नर दास ने कहा कि जब तक कोविड का असर खत्म नहीं होता तब तक अकोमडेटिव नजरिया ही बरकरार रखा जाएगा।
Monetary Policy Committee (MCC) voted to maintain status quo i.e. repo rate remains unchanged at 4%. MCC also decided to continue with accommodative stance as long as necessary to revive sustain growth on durable basis to mitigate impact of COVID on economy: RBI Governor pic.twitter.com/6HQZFvA9j8
— ANI (@ANI) June 4, 2021
RBI गवर्नर ने कहा, वित्त वर्ष 21 के लिए रियल जीडीपी -7.3 फीसदी पर रहेगा। रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष यानी 2021-22 के लिए ग्रोथ रेट का अनुमान घटा दिया है। RBI के अनुसार चालू वित्त वर्ष में ग्रोथ रेट 9.5 फीसदी रहेगा। इससे पहले रिजर्व बैंक ने 10.50 फीसदी का अनुमान जताया था।
इस दौरान गवर्नर दास ने कहा कि, 15 हजार करोड़ रुपए की नकदी की व्यवस्था बैंकों को जाएगी। इससे बैंक होटल, प्राइवेस बस, टूर ऑपरेटर, रेस्टोरेंट, सलोन, एविएशन एंसिलियरी सेवाओं ऑपरेटर आदि को किफायती लोन दे सकेंगे।
आपको बता दें कि, भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की तीन दिवसीय बैठक बुधवार को शुरू हुई थी। हर दो महीने के अंतराल पर मौद्रिक नीति समीक्षा की बैठक होती है। RBI ने अप्रैल में हुई पिछली MPC बैठक में प्रमुख ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया था।