प्री-कोविड स्तरों से ऊपर पेट्रोल की मांग, डीजल सिर्फ जरा सा पीछे
संकेत प्री-कोविड स्तरों से ऊपर पेट्रोल की मांग, डीजल सिर्फ जरा सा पीछे
- खुदरा विक्रेताओं ने 1-15 अगस्त
- 2021 के बीच 0.94 मिलियन टन पेट्रोल बेचा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अगस्त का महीना देश को ऑटो ईंधन की बिक्री के पूर्व-कोविड स्तर तक पहुंचने के करीब ले आया है। यह एक संकेत है कि देश में सामान्य आर्थिक सुधार के साथ ईंधन की मांग में सुधार हो रहा है। पेट्रोल की बिक्री पहले ही एक महीने से अधिक पूर्व-कोविड के स्तर को पार कर चुकी है, उधर, डीजल की बिक्री में वृद्धि शुरू हो गई है और 15 अगस्त तक पूर्व-कोविड स्तरों को छूने से सिर्फ 8 प्रतिशत कम है।
राज्य के स्वामित्व वाले ईंधन खुदरा विक्रेताओं ने 1-15 अगस्त, 2021 के बीच 0.94 मिलियन टन पेट्रोल बेचा है। यह पिछले वर्ष की समान अवधि में देखी गई दालों की तुलना में 9.4 प्रतिशत की वृद्धि है और अगस्त, 2019 की पहली छमाही में 0.95 मिलियन टन की बिक्री से 3.7 प्रतिशत अधिक है। ।
देश में सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाले ईंधन डीजल के संबंध में, देश के विभिन्न हिस्सों में महामारी की दूसरी लहर और इसके परिणामस्वरूप मांग और बिक्री प्रभावित होने के बाद 1-15 अगस्त के दौरान बिक्री 18.5 प्रतिशत बढ़कर 2.11 मिलियन टन हो गई है। 2019 में, अगस्त की पहली छमाही में डीजल की बिक्री 20 मिलियन टन और मौजूदा आंकड़ों से लगभग 8 प्रतिशत कम रही।
मार्च में टाइन महामारी की दूसरी लहर से मांग प्रभावित होने से पहले ऑटो ईंधन के डेल्स लगभग सामान्य स्तर पर लौट आए थे, जो अप्रैल और मई के महीनों में अचानक गिर गया था। जून के बाद से सुधार के संकेत थे और यह सिलसिला अब तक जारी है।
एस.एम. इंडियनऑयल के अध्यक्ष वैद्य ने पिछले महीने कहा था कि पेट्रोल की मांग पूर्व-कोविड के स्तर पर पहुंच गई है, जबकि डीजल तेजी से बढ़ रहा है और दिवाली तक 2019 के स्तर से ऊपर पहुंच जाएगा।
आईएएनएस/एमएसबी/आरजेएस