मुकेश अंबानी उत्तराधिकार को लेकर हुए गंभीर, दुनियाभर में खंगाल रहे हैं विरासत बांटने के बेस्ट तरीके 

अंबानी की उत्तराधिकारी की खोज मुकेश अंबानी उत्तराधिकार को लेकर हुए गंभीर, दुनियाभर में खंगाल रहे हैं विरासत बांटने के बेस्ट तरीके 

Bhaskar Hindi
Update: 2021-11-24 10:03 GMT
मुकेश अंबानी उत्तराधिकार को लेकर हुए गंभीर, दुनियाभर में खंगाल रहे हैं विरासत बांटने के बेस्ट तरीके 
हाईलाइट
  • एक ट्रस्ट के तहत करेंगे संपत्ति का बटवारा
  • ट्रस्ट में मुकेश अंबानी
  • पत्नी नीता अंबानी
  • तीनों बच्चे आकाश
  • अनंत और ईशा का स्टेक होगा
  • मुकेश अंबानी वॉल्टन फैमिली मॉडल से खासे प्रभावित है

डिजिटल डेस्क, मुंबई। एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी अपनी दौलत के बंटवारे को लेकर गंभीर हो गए हैं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, संपत्ति को लेकर उनके बच्चों में कोई विवाद न हो इसके लिए, इसकी योजनाओं पर विचार कर रहे हैं।

मुकेश अंबानी ने उत्तराधिकार देने के संबंध में  दुनियाभर के कई अमीर घरानों में हुए संपत्ति बंटवारे के मामलों पर नजर दौड़ाई है। लेकिन खबर यह आ रही है कि वह वॉल्टन फैमिली मॉडल से खासे प्रभावित है। 

कितनी संपत्ति है मुकेश अम्बानी के पास 

मुकेश अंबानी की के पास 208 बिलियन डॉलर (लगभग 7 लाख करोड़ रुपए) के करीब संपत्ति है। वह नहीं चाहते हैं कि इतनी बड़ी दौलत के बंटवारे को लेकर उनके तीन बच्चों के बीच किसी तरह का विवाद पैदा हो। आपको बता दें कि साल 2002 में धीरूभाई अंबानी के आकस्मिक निधन के बाद, संपत्ति के बंटवारे को लेकर दोनों भाई मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी के बीच विवाद हो गया था।

सालों तक चले इस विवाद में आखिरकार उनकी मां आनंदीबेन को बीच में आना पड़ा। जिन्होंने दोनों भाइयों के बीच संपत्ति का बंटवारा किया। उस दौरान स्टेकहोल्डर्स के विरोध के बावजूद बॉम्बे हाईकोर्ट ने उस बंटवारे पर मुहर लगा दी।

ऐसा है वॉलमार्ट के वॉल्टन परिवार का मॉडल

साल 1992 में वॉलमार्ट इंक कंपनी के फाउंडर सैम वॉल्टन की मौत के बाद, उनके कारोबार के बंटवारे को जिस तरह से मैनेज किया गया था, वह मुकेश अंबानी को काफी पसंद आया है। वॉल्टन परिवार ने 1988 से ही कंपनी के कारोबार को हर दिन के हिसाब से मैनेजरों के हाथ सौंप दिया था और इस पर नजर रखने के लिए एक बोर्ड बना दिया था।

सैम के सबसे बड़े बेटे रॉब वॉल्टन और उनके भतीजे वॉलमार्ट बोर्ड में शामिल हैं। सैम ने अपनी मौत से 40 साल पहले यानी कि 1953 में ही उत्तराधिकार योजना पर काम करना शुरू कर दिया था। उन्होंने अपने पारिवारिक कारोबार का 80 फीसदी हिस्सा अपने चार बच्चों को दे दिया था।

2015 में सैम के ग्रैंडसन इन-लॉ ग्रेग पैनर को कंपनी का चेयरमैन बनाया गया। हालांकि इसकी काफी आलोचना हुई थी लोगों को लगा था, कंपनी शेयरधारकों से ज्यादा तरजीह परिवार को दे रही थी।

एक ट्रस्ट के तहत करेंगे संपत्ति का बंटवारा 

रिपोर्ट के मुताबिक, 64 वर्षीय मुकेश अंबानी अपनी दौलत को एक ट्रस्ट में ट्रांसफर कर सकते हैं। इस ट्रस्ट पर रिलायंस इंडस्ट्रीज का ही मालिकाना हक होगा। इसमें मुकेश अंबानी, पत्नी नीता अंबानी, तीनों बच्चे आकाश, अनंत और ईशा का स्टेक होगा। मुकेश अंबानी के कुछ खास लोगों को ट्रस्ट का एडवाइजर नियुक्त किया जाएगा। 

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