जेट फ्यूल के दामों में 2.5 % की बढ़ोतरी, एयरलाइंस बढ़ा सकती हैं यात्री किराया
जेट फ्यूल के दामों में 2.5 % की बढ़ोतरी, एयरलाइंस बढ़ा सकती हैं यात्री किराया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हवाई सफर करने वाला यात्रियों के लिए बुरी खबर है। दरअसल, तेल कंपनियों ने कच्चे तेल के दामों में आई तेजी और डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरावट के बाद मई के लिए जेट फ्यूल की कीमतों में 2.5% की बढ़ोतरी की है। इसके बाद अब एयरलाइन कंपनिया यात्री किराए में बढ़ोतरी कर सकती है।
दिल्ली और मुंबई में अब तक एक किलो-लीटर यानी 1,000 लीटर एविएशन टरबाइन फ्यूल (एटीएफ) का रेट 63,472.22 रुपये और 63,447.54 रुपये था जो अब मई में बढ़कर 65,067.85 और 65,029.29 रुपये हो गया है। जेट फ्यूल की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद हवाई किरायों पर असर को लेकर एयरलाइन कंपनियों से सवाल पूछा गया है, लेकिन अभी एयरलाइंस का जवाब नहीं मिला है। सूत्रों का कहना है कि एटीएफ दाम में आए उछाल का बोझ ग्राहकों पर ही डाला जाएगा।
जेट फ्यूल की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद हवाई किरायों पर असर को लेकर एयरलाइन कंपनियों से सवाल पूछा गया है, लेकिन अभी एयरलाइंस का जवाब नहीं मिला है। सूत्रों का कहना है कि एटीएफ दाम में आए उछाल का बोझ ग्राहकों पर ही डाला जाएगा। एक अधिकारी ने कहा कि "एयरलाइन के पास क्या विकल्प है जो किंगफिशर या जेट की तरह खत्म नहीं होना चाहती है? भारत में इतनी सारी एयरलाइंस के विफल होने का कारण हवाई किराए और ऑपरेटिंग कॉस्ट के बीच का गलत तालमेल है।"
इससे पहले जेट एयरवेज की उड़ानों के टेंपरेरी सस्पेंशन के बाद दूसरी एयरलाइंस ने यात्री किराए में बढ़ोतरी कर दी थी। हालांकि सरकार ने विमानन कंपनियों से अपील की थी कि वे क्षमता विस्तार के जरिए हवाई यात्रा की कीमतों में कमी लाने में मदद करें।