ईरान से प्रतिबंध: इंडियन ऑयल ने अमेरिका से किया करार, नहीं आएगी आपूर्ति में कमी
ईरान से प्रतिबंध: इंडियन ऑयल ने अमेरिका से किया करार, नहीं आएगी आपूर्ति में कमी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ईरान से तेल खरीदने पर प्रतिबंध लगने के बावजूद इंडियन ऑयल कार्पोरेशन के कारोबार या पेट्रोलियम पदार्थों की आपूर्ति पर कोई असर नहीं होगा। यह जानकारी हाल ही में खुद देश की सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी IOC ने दी है। कंपनी के अनुसार ईरान से होने वाले आयात की कमी को दूर करने के लिए अमेरिका से करार किया है। इसके साथ ही कंपनी ने सऊदी अरब से अतिरिक्त मात्रा में तेल खरीदा है।
प्रतिबंध के बाद इसकी भरपाई के लिए IOC ने पहली बार अमेरिका की दो आपूर्तिकर्ता कंपनियों के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके अलावा सउदी अरब से 56 लाख टन सालाना खरीद अनुबंध है। इसके ऊपर कंपनी को 20 लाख टन अतिरिक्त आयात का विकल्प उपलब्ध है।
भरपाई के लिए पूरी व्यवस्था
इंडियन ऑयल के चेयरमैन संजीव सिंह ने कहा, "हमने वैकल्पिक स्रोतों से आपूर्ति का अनुबंध किया है। कोई एक देश इसकी भरपाई नहीं कर सकता, इसलिए हमने विभिन्न स्रोतों से इसकी व्यवस्था की है। हम अपने आपूर्ति स्रोतों के मामले में उचित विविधता रखते हैं। ईरान से होने वाले आयात की भरपाई के लिए हमने पूरी व्यवस्था कर ली है।" ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध लागू होने के बाद वहां से आयात पर रोक लग गई है।
आईओसी के निदेशक (वित्त) ए के शर्मा ने कहा कि कंपनी का सऊदी अरब से 5.6 मिलियन टन कच्चा तेल खरीदने का वार्षिक अनुबंध है। इसके अलावा कंपनी के पास 2 मिलियन टन अतिरिक्त आयात करने का विकल्प है।
कच्चे तेल का आयात
जानकारी के अनुसार देश में जितने कच्चे तेल का आयात होता है उसका दसवां हिस्सा ईरान से मंगाया जाता रहा है। 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष 2018- 19 में भारत ने ईरान से कुल मिलाकर 2.40 करोड़ टन कच्चे तेल की खरीदारी की। इसमें से 90 लाख टन तेल की खरीदारी इंडियन ऑयल की रही।
इसलिए आयात किया बंद
बता दें कि अमेरिका ने भारत सहित अन्य देशों से कहा है कि वे अमेरिकी प्रतिबंधों से बचने के लिए 4 नवंबर तक ईरान से तेल का आयात बिल्कुल बंद कर दें। इससे पहले अमेरिका ने भारत सहित 8 देशों को ईराने से तल आयात करने के लिए छह महीने की छूट दी थी। जबकि अमेरिकी प्रतिबंध लागू होने के बाद इस महीने से इंडियन ऑयल और दूसरी भारतीय रिफाइनरी कंपनियों ने ईरान से कच्चे तेल का आयात बंद कर दिया है।