CEA ने किया सरकार का बचाव, कहा- सुस्ती के बावजूद 5% की ग्रोथ रेट अच्छी
CEA ने किया सरकार का बचाव, कहा- सुस्ती के बावजूद 5% की ग्रोथ रेट अच्छी
- मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन ने मोदी सरकार का बचाव किया है
- सुस्ती के बावजूद 5% की ग्रोथ रेट को सुब्रमण्यम ने अच्छा बताया है
- सुस्ती के लिए लोकल और ग्लोबल फैक्टर को उन्होंने जिम्मेदार बताया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अप्रैल-जून क्वाटर में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के घटकर 5 प्रतिशत होने के बाद मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन का बयान सामने आया है। सुब्रमण्यन ने केंद्र सरकार का बचाव करते हुए आर्थिक सुस्ती के बावजूद 5 प्रतिशत की ग्रोथ रेट को अच्छा बताया। उन्होंने सुस्ती के लिए लोकल और ग्लोबल फैक्टर को जिम्मेदार बताया।
सुब्रमण्यन ने कहा कि सरकार इकोनॉमिक एक्सपेंशन को बूस्ट करने के लिए कई कदम उठा रही है, जो वित्त मंत्री की हालिया घोषणाओं में झलकती है। उन्होंने कहा कि सरकार पांच लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य हासिल करने तथा अर्थव्यवस्था की सेहत सुधारने के लिए सजग है। सुब्रमण्यन ने विश्वास जताया कि देश "बहुत जल्द" उच्च विकास पथ पर होगा। बता दें कि वित्त मंत्री ने शुक्रवार को ही 10 सरकारी बैंकों का विलय कर 4 बैंक बनाने का ऐलान किया है।
सुब्रमण्यन ने कहा, "हम जिन शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं, उससे प्रतीत होता है कि हम मंदी के दौर से गुजर रहे हैं, इसलिए हमें इस बात को लेकर सतर्क रहना है कि हम क्या बोल रहे हैं। देश की अर्थव्यवस्था में सुस्ती है और वैश्विक अर्थव्यवस्था की हालत खराब है, लेकिन इसके बावजूद हम पांच फीसदी की दर से आगे बढ़ रहे हैं।"
बता दें कि केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों में देश की आर्थिक हालत बिगड़ती हुई दिखाई दे रही है। चालू वित्त वर्ष 2020 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) घटकर 5% हो गई है।
पिछले वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में आर्थिक विकास दर 5.8 फीसदी रही थी। जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में जीडीपी 8.2% थी। साढ़े छह साल में ये इकोनॉमी की सबसे धीमी गति है। मैन्युफैक्चरिंग विकास दर में भी भारी गिरावट देखी गई है। मैन्युफैक्चरिंग में विकास दर 3.1% से घटकर 0.6% हो गई है। पिछले साल ये 12.1% थी।