घोषणा: भारत के लिए खुशखबरी, एमेजॉन ने 10 लाख नौकरियां देने का किया वादा
घोषणा: भारत के लिए खुशखबरी, एमेजॉन ने 10 लाख नौकरियां देने का किया वादा
- 2025 तक एमेजॉन
- भारत में 10 लाख नए रोजगार पैदा करेगी
- जेफ बेजोस ने भारत में 1 अरब डॉलर के निवेश का ऐलान किया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ग्लोबल ई-कॉमर्स कंपनी एमेजॉन के फाउंडर और सीईओ जेफ बेजोस ने भारत में नई नौकरियों को लेकर बड़ी घोषणा की है। उन्होंने शुक्रवार को अगले 5 साल में 10 लाख नई नौकरियों की अपनी योजना के बारे में बताया। इससे पहले गुरुवार को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि भारत में एमेजॉन द्वारा 1 अरब डॉलर का निवेश करने पर देश को बड़ा फायदा नहीं पहुंचेगा। बता दें कि बेजोस इन दिनों भारत दौरे पर आए थे और उनका यह दौरा विवादों में घिरा रहा।
5 साल में 10 लाख नौकरियां
विवादों में घिरे जेफ बेजोस ने बताया कि एमेजॉन, भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर, लॉजिस्टिक नेटवर्क और टेक्नोलॉजी में निवेश करेगी और उनकी इस योजना से एमेजॉन 2025 तक 10 लाख नए रोजगार पैदा करेगी। इसमें डायरेक्ट और इन्डायरेक्ट रोजगार शामिल हैं। इसके अलावा बेजोस ने सिंगल प्लास्टिक यूज को खत्म करने का भी दावा किया है। उन्होंने आगे बताया कि पॉल्यूशन और क्लाइमेट चेंज में कमी लाने के लिए एमेजॉन, जल्द ही भारत में इलेक्ट्रिक रिक्शा बनाने का काम शुरू करेगी।
#WATCH Minister of Commerce Piyush Goyal speaks on his reported statement "...it"s not as if they (Amazon) are doing a favour to India when they invest a bn dollars.” He says, "..My statement should be seen in context. Investments are welcome but they should be within the law..." pic.twitter.com/VboRq0RYLr
— ANI (@ANI) January 17, 2020
बयान के बाद गोयल की सफाई
पीयूष गोयल ने एमेजॉन द्वारा किए जाने वाेल 1 अरब डॉलर के निवेश पर दिए गए बयान पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि "मेरे बयान को इस तरह से पेश किया जा रहा है, जैसे मैंने एमेजॉन के खिलाफ कुछ दिया हो। मैं समझता हूं कि हर देश में ई-कॉमर्स को लेकर कायदे-कानून होते हैं और उनके दायरे में जो भी निवेश आए उसका स्वागत है।"
पहले क्या कहा था
पीयूष गोयल ने एमेजॉन के निवेश को लेकर कहा था कि "एमेजॉन, भारत में निवेश कर के कोई एहसान नहीं कर रही है और उनके भारत में 1 अरब डॉलर का निवेश करने से देश को कोई बड़ा फायदा नहीं होने वाला है। ई-कॉमर्स कंपनियों को भारतीय नियमों का पालन करना होगा।" उन्होंने आगे कहा था कि "ई-कॉमर्स कंपनियों को सुराख ढूंढ कर पीछे के दरवाजे से इंडियन मल्टीब्रांड रिटेल रीजन से अंदर आने की कोशिश करनी चाहिए।"