असर: कोरोनावायरस के चलते जरूरी दवाओं साथ इन उपयोगी वस्तुओं पर महंगाई का खतरा
असर: कोरोनावायरस के चलते जरूरी दवाओं साथ इन उपयोगी वस्तुओं पर महंगाई का खतरा
- इलेक्ट्रॉनिक सामान की कीमतों में भी इजाफा हो सकता है
- कोरोना वायरस के चलते दवाओं की कीमत पर असर
- चीन से दवाओं की आयात में 67.56 फीसदी हिस्सेदारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन से शुरू हुआ कोरोना वायरस अब दुनिया के कई देशों तक जा पहुंचा है। हालांकि सीधे तौर पर इसका असर चीन में देखा जा रहा है। वहीं भारतीय बाजार में भी अब इसका असर देखा जा सकता है। कोरोना वायरस का खतरा दवाओं सहित कई उपयोगी सामानों की कीमतों पर मंडराने लगा है। जानकारों की मानें तो आने वाले समय में कई उपयोगी सामान के दाम बढ़ सकते हैं। ऐसे में आम आदमी को महंगाई से बचाने के लिए सरकार ने रणनीति बनाने की तैयारी शुरू कर दी है।
रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस के चलते फोकस फार्मा यानी दवा, केमिकल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स व मोबाइल सेक्टर सहित देश की अन्य इंडस्ट्री का कारोबार प्रभावित हो सकता है। दरअसल, इन सेक्टरों में कच्चे माल की सप्लाई की कमी के चलते उत्पादन पर असर पड़ रहा है। खबरों के मुताबिक, देश में दवाओं का स्टॉक घट रहा है क्योंकि घरेलू दवा कंपनियों को चीन से रसायनों का आयात करने में काफी मुश्किलें आ रही हैं।
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दवा मार्केट
चीन में कोरोना वायरस की स्थिति अगर जल्दी नहीं सुधरती है तो दवाओं में उपयोग होने वाले प्रमुख रसायनों की कीमतें बढ़ सकती हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार थोक दवाओं के कुल आयात में चीन की हिस्सेदारी 67.56 फीसदी है। फिलहाल कई दवाओं के दाम बढ़ गए हैं। जानकारों की मानें तो सरकारी आम जनता को महंगाई से बचाने कस्टम ड्यूटी घटाने सहित अन्य राहत भरी घोषणाएं कर सकती है।
एक रिपोर्ट के अनुसार चीन से आने वाले जरूरी फॉर्म्युलेशन की सप्लाई ना होने से फार्मा इंडस्ट्री की लागत बढ़ गई है। ऐसे में रोजमर्रा में उपयोग होने वाली दवाएं 70 फीसदी तक महंगी हो गई हैं। रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस के चलते घर घर में इस्तेमाल होने वाली दवा पैरासिटामॉल की कीमतें 40 फीसदी तक बढ़ गई है। वहीं बैक्टीरियल इन्फेक्शन में इस्तेमाल होने वाले एंटीबॉयोटिक एजिथ्रोमाइसिन की कीमत में 70 फीसदी तक इजाफा हुआ है।
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मोबाइल मार्केट
चीन में सबसे ज्यादा मोबाइल फोन का प्रोडक्टशन होता है। भारतीय बाजार में एक दर्जन से अधिक नामी कंपनियां हैं, जो स्मार्टफोन मार्केट में बड़ी हिस्सेदारी करती हैं। ऐसे में चीन में फैले कोरोना वायरस के चलते भारत में मोबाइल की किल्लत बढ़ सकती है। कई कंपनियों ने चीन में अपने कारखानों को बंद कर दिया है। ऐसे में सप्लाई रुकती है तो इसका असर स्मार्टफोन बाजार पर भी होगा।
इलेक्ट्रॉनिक मार्केट
बता दें कि इलेक्ट्रॉनिक मार्केट में चीनी सामग्री का दबदबा है। इनमें मोबाइल चार्जर, मोबाइल कवर, बैटरी, लैपटॉप बैटरी, मोबाइल का टेंपर ग्लास, टॉर्च, खिलौने, इमरजेंसी लाइट के अलावा बच्चों के खिलौने, स्पीकर, एलईडी बल्ब आदि शामिल हैं। ऐसे में सप्लाई रुकने से इन सभी वस्तुओं की कीमत पर भी असर पड़ा है। जानकारों की मानें तो कोरोना वायरस के कारण भारत में एलईडी बल्व व लाइट्स की कीमतों में 10 फीसदी का इजाफा हो सकता है। इसके अलावा अन्य इलेक्ट्रॉनिक मार्केट में भी असर दिखाई देने लगा है।